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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

हरियाणा में 79% स्टूडेंट्स मोबाइल एडिक्शन के शिकार, ज्यादातर 10 से 25 साल के

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शनि शर्मा,रोहतक.आजकल बच्चे औसतन 5 से 6 घंटे स्मार्टफोन पर बिता रहे हैं। मुंबई के लीलावती अस्पताल की पीजीआई से साझा की गई रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में 79%, दिल्ली में 98%, यूपी में 82%, पंजाब में 93%, बिहार में 89% बच्चे मोबाइल एडिक्शन के शिकार हैं।

ऐसे बच्चों के उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में बिहेवियरल एडिक्शन क्लीनिक खोला गया है। यहां 6 माह में ही 36 गंभीर मोबाइल एडिक्ट स्टूडेंट्स पहुंच चुके हैं। इनमें से 83 फीसदी 10 से 25 वर्ष तक के हैं। क्लीनिक का जिम्मा संभाल रहे साइकोलॉजिस्ट डॉ. विनय कुमार बताते हैं कि पीजीआई प्रपोजल भेजने की तैयारी में है कि स्कूल टीचर्स की ट्रेनिंग कराई जाए ताकि वे बच्चों को मोबाइल के खतरों से बचा सकंे। पीजीआई के मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के निदेशक व सीईओ डाॅ. राजीव गुप्ता ने बताया कि मोबाइल एडिक्ट मरीजों का उपचार बिहेवियरल थैरेपी से किया जाता है। शेष |

मोबाइल एडिक्ट का काउंसिलिंग से बदल गया जीवन

केस-1 :10 साल का बच्चा मां-बहन को गलत तरीके से छूने लगा
झज्जर की एक महिला 10 साल के बच्चे को लेकर क्लीनिक आई। बताया कि वह मोबाइल बच्चे को दे देती थी। कुछ दिन बाद बच्चे ने बहन व मां को गलत तरीके से छूना शुरू कर दिया। मोबाइल की हिस्ट्री चेक करने पर पता चला कि वह अश्लील वेबसाइट देखता है।
अब : 14 दिन में 2 बार काउंसिलिंग की गई। मां ने मोबाइल ले लिया। अब बच्चा स्कूल से आने के बाद सो जाता है। फिर पढ़ाई कर शाम को खेलने जाता है।

केस-2 :7 घंटे तक मोबाइल पर लगी रहती थी 20 साल की छात्रा
बीए पास 20 वर्षीय छात्रा क्लीनिक आई। परिजनों ने बताया कि बीए पास करने के बाद उसने इंटरनेट पर नौकरी की तलाश शुरू की। 6 से 8 घंटे मोबाइल का प्रयोग करने लगी। नौकरी न मिलने से डिप्रेशन में चली गई। माता-पिता से बात करना तक बंद कर दिया।

अब : 4 माह में 12 बार काउंसिलिंग हुई। अब रात के 8 बजे ही मोबाइल बंद कर देती है। माता-पिता से एक-दो घंटे बातचीत करती है।

केस-3 : मां ने फोन गिफ्ट दिया, वापस मांगने पर सुसाइड की धमकी दी
10वीं में अच्छे नंबर आने पर रोहतक की महिला ने बेटे को गिफ्ट में स्मार्टफोन दिया। बेटा 8 से 10 घंटे तक मोबाइल इस्तेमाल करने लगा। स्कूल व ट्यूशन छोड़ दिया। महिला ने मोबाइल वापस लेने का प्रयास किया तो उसने आत्महत्या की धमकी दी।
अब : 6 माह में 20 बार काउंसिलिंग कराई गई। मोबाइल मां को वापस कर दिया। अब वह नियमित रूप से स्कूल और ट्यूशन जाने लगा है।

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Students suffering from mobile addiction