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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

पहले परिजनों ने अपनाने से कर दिया था मना, अब बोले-रिश्तेदार को गोद देंगे

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रोहतक (शनि शर्मा) .14 वर्षीय किशोरी से दुराचार के बाद जन्मा बच्चा अपनी मां की गोद को तरस रहा है। दीपावली के दिन 7 नवंबर को पीड़िता ने बेटे को जन्म दिया तो परिवार ने लोकलाज के चलते उसे अपनाने से मना कर दिया था। अब परिवार के लोगों ने भिवानी बाल कल्याण समिति के पास अर्जी दी है कि उन्हें यह बच्चा सौंपा जाए। वे अपने एक निसंतान रिश्तेदार को इसे गोद देंगे।

अब बाल कल्याण समिति ने साफ कह दिया है कि बच्चा गोद देने की पूरी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। पूरी प्रक्रिया के बाद ही इस पर फैसला होगा कि बच्चा परिजनों को सौंपा जाए या नहीं। अभी बच्चा और मां दोनों पीजीआई में भर्ती हैं। बच्चे पर फैसला नहीं हो सका है कि उसे किसकी गोद नसीब होगी। इसी मामले को लेकर सीडब्ल्यूसी रोहतक के चेयरमैन डॉ. राजसिंह सांगवान ने पीजीआई में पहुंचकर पीड़िता के मां के बयान दर्ज किए। साथ ही पीड़िता की तबीयत के बारे में जाना।

भिवानी शहर की एक कॉलोनी में रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी की 7 अगस्त को अचानक तबीयत खराब हो गई थी। परिजन उसे सिविल अस्पताल में लेकर आए थे। यहां डॉक्टरों ने जांच के बाद परिजनों को बताया था कि किशोरी गर्भवती है। इसके बाद पीड़ित ने बताया कि वह अप्रैल में अपनी बुआ के घर तोशाम गई थी। वहां बुआ की ननद की शादी का कार्यक्रम था।

वहीं पर उसके फूफा ने उसके साथ दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। डर के कारण वह चुप रही। पुलिस ने किशोरी की शिकायत पर सात अगस्त को उसके फूफा के खिलाफ केस दर्ज गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी फूफा अभी जेल में है।

भिवानी के सिविल अस्पताल में तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण पीड़िता को पीजीआई में रेफर किया गया था। यहां पर पीड़िता ने दीपावली के दिन 7 नवंबर को बेटे को जन्म दिया था। उस समय परिजनों ने बच्चे को साथ रखने से इनकार कर दिया था। नवजात फिलहाल पीजीआई के नीकू वार्ड में है।

माता-पिता के बयान के बाद फैसला लेगी बाल कल्याण समिति :
सीडब्लूसी के चेयरमैन डॉ. राज सिंह सांगवान ने बताया कि पीड़िता के परिजनों ने भिवानी बाल कल्याण समिति को लिखित में अर्जी दी है कि वह बच्चे को वापस लेना चाहते हैं। इसी मामले में पीड़िता के माता-पिता के बयान दर्ज करने के लिए पीजीआई गए थे।

यहां पीड़िता का पिता नहीं मिला। उसकी मां के बयान लिए गए। पीड़िता की मां ने बताया कि उनका एक रिश्तेदार है। उसकी कोई संतान नहीं है। वह बच्चे को गोद लेना चाहता है। इसी के चलते बच्चे को वापस मांगा गया है। अब कमेटी की तरफ से पीड़िता के पिता के भी बयान दर्ज किए जाएंगे।

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family refused to adopt a newborn baby