- ‘बिना किसी टारगेट के द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज का अर्थ नहीं रह जाता’
- ‘वेस्टइंडीज में होने वाली तीन मैचों की वनडे और टी-20 सीरीज रोमांचक होगी’
Dainik Bhaskar
Jul 28, 2019, 09:48 AM IST
खेल डेस्क. वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट के बाद भारत का आगामी वेस्टइंडीज टूर ज्यादा आकर्षण वाला नहीं होगा। फिर भी इसकी बड़ी अहमियत है। क्योंकि 1 अगस्त से टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत होने जा रही है। आईसीसी के अलावा सभी क्रिकेट बोर्ड टेस्ट को बढ़ावा देने में जुटे हैं। वर्ल्ड चैम्पियनशिप के बाद एक विजेता भी चुना जाएगा। यह एक अच्छी शुरुआत है लेकिन इसे आने वाले समय में सही तरीके से लागू करना होगा। कई बड़े खिलाड़ी कह चुके हैं कि बिना किसी टारगेट के द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज का अर्थ नहीं रह जाता है।
अब यह भी महत्वपूर्ण रहता है कि कौन देश कहां, कब और कितनी बार सीरीज खेल रहा है। जैस बांग्लादेश दो दशकों से इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहा है। लेकिन उसने ऑस्ट्रेलिया (2003) और भारत (2016-17) में सिर्फ एक बार दौरा किया और सिर्फ तीन टेस्ट खेले। उसने ज्यादातर विदेशी दौरे न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे में किए। इस तरह के असंतुलन से टेस्ट खेलने वाले देश को और मजबूत नहीं बनाया जा सकता है और ना ही टेस्ट को बढ़ावा मिलता है। ऐसे में वर्ल्ड चैम्पियनशिप को आने वाले समय में सही तरीके से लागू करने की जरूरत है।
‘विंडीज की टीम टी-20 में बेहद मजबूत’
वेस्टइंडीज में होने वाली तीन मैचों की वनडे और टी-20 सीरीज रोमांचक होगी। विंडीज की टीम टी-20 में बेहद मजबूत है जबकि वनडे में उसका प्रदर्शन अच्छा रहा है। टेस्ट में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं है। दूसरी ओर टीम इंडिया का टेस्ट में प्रदर्शन शानदार रहा है। हालांकि टेस्ट में किसी भी टीम को हल्केमें नहीं लिया जा सकता। पिछले दिनों लॉर्ड्स में खत्म हुए टेस्ट में आयरलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि वे जीत नहीं सके।
‘धोनी की अनुपस्थिति में पंत के पास बेहतर करने का मौका’
दो मैचों की टेस्ट सीरीज से कई खिलाड़ियों के पास अपना स्थान सुरक्षित करने का मौका है। जैसे रोहित जिन्होंने वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन किया। अब वे टेस्ट में इसे दोहराना चाहेंगे। वहीं साहा की वापसी के बाद क्या पंत अपनी जगह बरकरार रख पाएंगे। पंड्या की अनुपस्थिति ने मैनेजमेंट को और चिंता में डाल दिया है। वहीं वनडे में महेंद्र सिंह धोनी की अनुपस्थिति में पंत के पास अच्छा प्रदर्शन करने का मौका होगा।
‘शुभमन गिल का नहीं चुना जाना निराशाजनक’
मिडिल ऑर्डर में मनीष पांडे और श्रेयस अय्यर अच्छा प्रदर्शन करके जगह सुनिश्चित कर सकते हैं। हालांकि शुभमन गिल का नहीं चुना जाना निराशाजनक है। लेकिन चयन को लेकर ज्यादा बात नहीं हो रही। अब खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन से खुद को साबित करने का समय है।