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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

चेतन शर्मा ने कहा- हैट्रिक लेना आसान नहीं, अगर होता तो 1987 के रिकाॅर्ड को दोहराने में 32 साल नहीं लगते

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  • विश्वकप के पहले हैट्रिकमैन शर्मा ने दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत की
  • चेतन ने कहा- शमी की फिटनेस ने उन्हें कंप्लीट गेंदबाज बनाया 
     

Dainik Bhaskar

Jun 24, 2019, 09:38 AM IST

सोनीपत. अफगानिस्तान के खिलाफ आखिरी ओवर में हैट्रिक लगाकर मोहम्मद शमी ने इतिहास रच दिया। शमी चेतन शर्मा के बाद भारतीय टीम के लिए हैट्रिक लगाने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए। भारतीय तेज गेंदबाज की इस कामयाबी से उत्साहित चेतन शर्मा ने भास्कर से विशेष बातचीत में कहा कि हैट्रिक लेना आसान नहीं होता, अगर होता तो 1987 में बने रिकॉर्ड को दोहराने में इतना समय नहीं लगता।

शर्मा कहते हैं कि इस सफलता का पूरा श्रेय माे. शमी को जाता है, जिसने बेहद दबाव की स्थिति में शानदार गेंदबाजी से न केवल हैट्रिक पूरी की बल्कि देश को एक यादगार जीत भी दिला दी। चेतन शर्मा ने भारत की ओर से 23 टेस्ट मैच खेले, जिनमें 61 विकेट लिए। 65 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय दिवसीय मैच खेले, जिसमें उन्होंने 67 विकेट लिए। चेतन शर्मा से भास्कर की बातचीत के मुख्य अंश।

सवाल- माे. शमी की हैट्रिक को किस रूप में देखते हैं? 
जवाब-
शानदार। बेहद दबाव में एकदम सही लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी करना आसान नहीं होता, इसलिए यह कहना कि शमी की हैट्रिक अफगानिस्तान जैसी कमजोर टीम के खिलाफ, आई कहकर उनकी मेहनत काे कम आंकने जैसा होगा, जोकि गलत है। 
 

सवाल- 1987 के विश्व कप की यादें कितनी ताजा हुईं? 
जवाब- बहुत ज्यादा। जब मैंने न्यूजीलैंड के खिलाफ हैट्रिक ली थी तब लोगों की खुशी देखते ही बनती थी, ऐसे में जब शमी ने हैट्रिक ली तो मैं भी अपनी सीट से खुशी के मारे उछल पड़ा। विश्व कप हैट्रिक क्लब में उनका हार्दिक स्वागत है, बस अब ख्वाहिश यह है कि वे हैट्रिक पर नहीं रुके और देश के लिए विश्व कप भी साथ लेकर लौटें। 
 

सवाल- टीम में पहले माे. शमी के खेलने पर ही सवाल थे, इस बदलाव के पीछे की क्या कहानी है। 
जवाब- पहले और अब के शमी में बहुत फर्क आया है। मेरी नजर में उन्होंने फिटनेस लेवल पर जमकर मेहनत की है। उनके खुद पर भरोसे और मानसिक मजबूती ने उन्हें एक कंप्लीट गेंदबाज बना दिया है। 
 

सवाल- माे. शमी को भुवनेश्वर कुमार के चोटिल होने की वजह से लिया, क्या उनकी वापसी पर टीम में रहेंगे ? 
जवाब- मैंने शुरुआत से ही कहा है कि वे अंतिम 11 में ही होने चाहिए। भुवी के लिए टीम में जगह बनाना आसान नहीं होगा, हालांकि देश के लिए यह अच्छा है और हेल्दी कंपीटिशन है जो टीम को और मजबूती प्रदान करेगा। 

सवाल- विश्व कप में भारत का प्रदर्शन को कैसा है? 

जवाब- भारतीय टीम विश्व कप में बढ़िया खेल रही है। अफगानिस्तान के खिलाफ टीम का आंखें खोल देने वाला प्रदर्शन था। जरूरी है टीम के सीनियर बल्लेबाज अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाएं। हर बार गेंदबाज विश्व कप जैसे मंच पर इतने कम स्कोर की रक्षा नहीं कर पाएंगे। 
 

सवाल- विश्व कप में भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती किस टीम के रूप में देखते हैं? 
जवाब- मुझे पहले लगता था कि इंग्लैड होगा, लेकिन दबाव में यह टीम बिखर रही है, जबकि न्यूजीलैंड अब तक अजेय टीम है। हालांकि मुझे पूरा भरोसा है कि विश्व कप भारत ही जीतेगा।

चेतन शर्मा की हैट्रिक

1987 के विश्व कप के नागपुर में खेले गए 24वें मुकाबले में चेतन शर्मा ने केन रदरफोर्ड, इयान स्मिथ और एवेन चैटफील्ड को बोल्ड कर विश्व कप की पहली हैट्रिक पूरी की थी। इस मैच को भारत ने 9 विकेट से जीता था।