जयपुर जाकर पता चला गोगिया की कंपनी का पूरा परिवार बना हुआ है मालिक
परिवार के चार लोगों पर केस दर्ज
भास्कर न्यूज | यमुनानगर
ऑस्ट्रेलिया में रहकर यमुनानगर में कंपनी चला रहे कपिल गोगिया के साथ ठगी का मामला सामने आया है। जयपुर के व्यापारी ने पहले तो उनका विश्वास जीतने के लिए उनसे कई बार लाखों का माल लिया और साथ के साथ पेमेंट दे दी। व्यापारिक संबंध अच्छे हुए तो गोगिया से उधार पैसे मांगे, उन्होंने वह भी दे दिए। इसके बाद जयपुर के व्यापारी ने कमीशन लेकर आगे दूसरी कंपनियों में माल बिकवाने की बात कही। गोगिया ने माल भेज दिया। यहां से उनके साथ ठगी शुरू हो गई। जो माल भेजा था, उसकी पेमेंट आगे से ले ली गई, लेकिन कपिल गोगिया तक नहीं पहुंचाई। बार-बार मांगने पर 18.79 लाख का चेक भेजा जो बाउंस हो गया। इसके बाद जब गोगिया खुद जयपुर गए तो उन्होंने पाया कि जो कंपनी वे यमुनानगर के गांव सुघ में चला रहे हैं, वही कंपनी जयपुर में आरोपियों ने खोली हुई है और बाप-बेटा, बेटी उसके डायरेक्टर बने हुए हैं। परेशान गोगिया ने इसके बाद शिकायत एसपी को दी। जांच में आरोपों में दम मिला तो बुड़िया पुलिस ने धारा-420 और 406 में जयपुर निवासी आरोपी हनुमान प्रसाद बागला, उनका बेटा कौशल बागला, कौशल की प|ी स्नेह, हनुमान प्रसाद की प|ी ज्योति बागला पर केस दर्ज किया।
कपिल गोगिया ने शिकायत दी कि वह ऑस्ट्रेलिया का नागरिक है। उसने यमुनानगर में गमट्री प्लाइवुड इंडिया के नाम से कंपनी बनाई थी। इसमें उसके साथ-साथ पिता और प|ी मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। उनकी कंपनी प्लाईवुड, ब्लाक बोर्ड, प्लस डोर्स बनाती है। यहां पर बनाया माल दूसरे राज्यों में सप्लाई होता है। आरोपी हनुमान प्रसाद बागला और कौशल बागला प्लाइवुड खरीदते हैं। उन्होंने मॉडर्न प्लाइवुड के नाम से अपनी एक फर्म खोल रखी है। आरोपियों से अक्टूबर 2018 में उसका संपर्क हुआ। वे उसकी कंपनी के आफिस अमादलपुर रोड गांव सुघ, यमुनानगर में आए थे। तब उन्होंने जो माल खरीदा था, उसकी पेमेंट साथ ही दे दी थी। इस तरह से उन्होंने कई बार माल खरीदा और पेमेंट दे दी। कई बार उधार में माल लिया और उसकी भी पेमेंट दे दी। इससे विश्वास हो गया।
माल कमीशन बेस पर बिकवाने की बात कही, 18.79 का माल लेकर पैसे हड़पेे
पीड़ित ने शिकायत में बताया कि हनुमान प्रसाद बागला और कौशल बागला ने अपनी माॅडर्न प्लाइवुड खरीदने के लिए फोन पर आॅर्डर दिए। ग्लोरियन प्लाईवुड स्थित नियर अलकार प्लाजा एफ 59, सेंट्रल सपनाइन विशेय नगर जयपुर, जिनका मालिक सिद्धार्थ बौथरा है, लक्ष्मी ट्रैडर्स अलाहाबाद निवासी 825, मालवीय नगर बंस मंडी अलाहाबाद जिनका मालिक विरेंद्र कुमार पटेल है, पुष्कर प्लाइवुड बीके कोल नगर नियर ज्ञान बिहार गेट साइन वल्डर अजमेर, जिसका मालिक जितेंद्र लोथा है, आरके प्लाइवुड अजमेर (राजस्थान), जिसका मालिक नीरज गर्ग है, उनकी ओर से प्लाइवुड खरीदने के आर्डर कंपनी को दिए। अप्रैल 2019 के अंतिम सप्ताह में जब कंपनी से गए माल की पेमेंट नहीं आई तो उनसे पेमेंट भेजने की बात की गई। वह जयपुर में जाकर बाप-बेटे से मिला। 28 मई को उन्होंने उसे 18.79 लाख रुपए का चेक भेज दिया। जब वह चेक बैंक में लगाया तो बाउंस हो गया। इसके बाद उन्होंने उन कंपनियां से बात की, जिन पर माल भेजा गया था। उनके मालिकों ने बताया कि वे पेमेंट दे चुके हैं। वहीं यह भी जानकारी मिली कि जिन कंपनियों को माल दिया उनमें उसकी कंपनी गमट्री इंडिया प्लाइवुड लिमिटेड से कोई भी डीलिंग नहीं हुई।
मार्का चोरी कर बनाई हुई थी कंपनी
जब वे जयपुर में विकास कुमार मालिक रवि इंटर प्राइजिज और संजय जैन से मिले तो वहां पर पता लगा कि आरोपियों ने उसकी कंपनी का नाम और मार्का चोरी करके गमट्री प्लाइवुड के नाम से एक फर्म जयपुर में खोली हुई है। हनुमान प्रसाद बागला और कौशल बागला ने अपने आपको कंपनी गमट्री प्लाइवुड इंडिया का खुद को डायरेक्टर बताया हुआ है। उसे जांच में पता चला कि हनुमान प्रसासद, कौशल और ज्योति माडर्न प्लाइवुड के मालिक हैं। इन्होंने उसकी कंपनी से प्लाइवुड खरीदा था। उन्होंने कंपनी के 18.79 लाख रुपए हड़प लिए। वहीं 3.90 लाख रुपए कौशल ने उधार लिए थे वे भी नहीं दिए।