Mirror 365 - NEWS THAT MATTERS

Dear Friends, Mirror365 launches new logo animation for its web identity. Please view, LIKE and share. Best Regards www.mirror365.com

Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

वेस्टइंडीज दौरे के लिए चौंकाने वाले चेहरे सामने आ सकते हैं

0
172

  • अगले महीने भारतीय टीम वेस्टइंडीज के दौरे पर जाएगी, जहां वनडे, टी20 और टेस्ट खेलने हैं
  • टीम के चयन में विराट कोहली की कप्तानी और महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य पर नजर रहेगी

अयाज मेमन

अयाज मेमन

Jul 21, 2019, 07:59 AM IST

खेल डेस्क. अगले महीने भारतीय टीम वेस्टइंडीज के दौरे पर जाएगी, जहां उन्हें वनडे, टी20 और टेस्ट मैच खेलने हैं। दौरे के लिए टीम चयन आज होना है। वर्ल्ड कप की हार के बाद चयन में कुछ चौंकाने वाले फैसले हो सकते हैं। दो बातों पर सबसे ज्यादा नजर है। पहली- विराट कोहली का लिमिटेड ओ‌वर कप्तान के रूप में भविष्य। दूसरी- एमएस धोनी का टीम में भविष्य।

वर्ल्ड कप में दोनों खिलाड़ियों का प्रदर्शन उनके स्तर से कमतर रहा। इसी वजह से कयासों को बल भी मिला। कहा तो ये भी जा रहा है कि चयन में दो दिन की देरी की एक वजह ये भी है कि चयनकर्ता बिना किसी तरह की भावनाओं में बहे, और भी ज्यादा सोच-समझकर फैसला लेना चाहते हैं। विराट की कप्तानी की बात करें तो उन्हें इस वक्त हटाना गैर-जरूरी कदम होगा। उनकी कप्तानी में टीम का प्रदर्शन अच्छा ही रहा है। इस दौरान 74% मैचों में भारत को जीत मिली।

वर्ल्ड कप लीग में भारत टॉप पर था

वर्ल्ड कप में भी लीग स्टेज में टीम टेबल में टॉप पर थी। जो भी बातें हो रही हैं, वो सिर्फ सेमीफाइनल में मिली एक हार के बाद पैदा हुई हैं। खासकर सेमीफाइनल में एमएस धोनी को नंबर-7 पर भेजने के फैसले ने विराट की कप्तानी की आलोचनाओं को जोर दिया है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि धोनी के बल्लेबाजी में नीचे आने की वजह से भारत हारा। भारत हारा, क्योंकि न्यूजीलैंड बेहतर खेला। फिर स्प्लिट कैंप्टेंसी यानी टेस्ट, वनडे में अलग कप्तान के फॉर्मूले को लागू करना इतना आसान भी नहीं होता है। स्प्लिट कैंप्टेंसी टीम में गलत संदेश दे सकती है।

चयनकर्ता धोनी को सोचने का पूरा मौका देंगे

धोनी की बात करें, तो चयनकर्ता उन्हें सोचने का पूरा मौका देने के मूड में लग रहे हैं। उनके जैसे बेहतरीन और तमाम उपलब्धियां दिला चुके खिलाड़ी को इसका अधिकार भी बनता है। फिर क्या पता, अक्सर अपने तौर-तरीकों से चौंकाने वाले धोनी के पिटारे में अभी भी कोई करिश्मा बाकी हो। ऐसे हालात में चयनकर्ताओं का रोल काफी अहम हो जाता है। उन्हें अपने काम को बेहद संवेदनशील तरीके से संभालना होगा।