
- पश्चिमी तट पर स्थित चिलाऊ कस्बे में मुस्लिम नागरिक को पीटा, उसकी दुकान पर पत्थर फेंके
- पुलिस ने बताया- फेसबुक पोस्ट करने वाले व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया
- 21 अप्रैल को श्रीलंका में सिलसिलेवार धमाकों में 251 लोगों की जान गई थी
कोलंबो. चिलाऊ कस्बे में एक फेसबुक पोस्ट पर शुरू हुए विवाद के बाद स्थानीय लोगों ने तीन मस्जिदों और मुस्लिम नागरिक की दुकान पर हमला किया। इस घटना के बाद सरकार ने फेसबुक, वॉट्सऐप समेत कई सोशल मीडिया साइट्स बैन लगा दिया। प्रशासन ने भी इस घटना के बाद इलाके में कर्फ्यू लगा दिया। बताया गया है कि पत्थरबाजी से पहले लोगों ने एक व्यक्ति के साथ भी मारपीट की। श्रीलंका में 21 अप्रैल को ईस्टर के दिन हुए सिलसिलेवार धमाकों में 251 लोगों की जान गई थी। तभी से मुस्लिम समुदाय का कहना है कि हमें पूरे देश से मुस्लिम नागरिकों को प्रताड़ित किए जाने की दर्जनों शिकायतें मिल चुकी हैं।
श्रीलंका पुलिस प्रवक्ता रुवान गुणशेखर ने कहा- चिलाऊ में तनाव को देखते हुए तुरंत कर्फ्यू लागू कर दिया गया। फेसबुक पोस्ट लिखने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है।
फेसबुक पोस्ट में लिखा- ज्यादा मत हंसो, एक दिन तुम रोओगे
न्यूज एजेंसी ने एक फेसबुक पोस्ट का हवाला देते हुए बताया कि इस पोस्ट पर विवाद होने के बाद ही मस्जिद पर हमला किया गया। पोस्ट में कमेंट लिखा था “हमें कोई रुला नहीं सकता’। इस पोस्ट पर अब्दुल हमीद मोहम्मद हसमर नामक शख्स ने जवाब दिया “ज्याद मत हंसो, एक दिन तुम रोओगे।’ दो स्थानीय नागरिकों ने बताया कि 38 वर्षीय हसमर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
क्रिश्चियन बाहुल्य चिलाऊ में पोस्ट को धमकी समझा गया
स्थानीय नागरिकों ने कहा कि चिलाऊ क्रिश्चियन बाहुल्य इलाका है और हसमर की इस पोस्ट को यहां धमकी के तौर पर देखा गया। इस पोस्ट के बाद उग्र भीड़ ने उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद भीड़ ने तीन मस्जिदों और मुस्लिम नागरिक की दुकान पर पत्थरबाजी की। ये दुकान हसमर की ही बताई जा रही है। एक मुस्लिम नागरिक ने कहा कि अभी हालात काबू में हैं, लेकिन हमारे दिलों में खौफ बैठा हुआ है।