- सख्ती बढ़ेगी क्योंकि 108 शहरी कस्बों पर संकट मंडरा सकता है
- चुनौती बढ़ेगी हर गांव तक खाना पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन की
- सेवा संभाल हेल्थ, रेवेन्यू और रेडक्रॉस मिलकर रखेंगे ख्याल
दैनिक भास्कर
Apr 24, 2020, 07:17 AM IST
चंडीगढ़. (सुखबीर सिंह बाजवा) पंजाब में बढ़ रहे कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए अब सरकार 643 गांवों को सील करेगी। ये वे गांव हैं जिनमें संक्रमण पाया गया है, या इन गांवों में संक्रमण का खतरा हो सकता है। इनमें पटियाला के 72 गांव, नवांशहर के 27 गांव, मोहाली, जालंधर के गांव प्रमुख रूप से शामिल हैं। नवांशहर के कुछ गांव लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने के बाद कोरोना मुक्त हो गए हैं। इसे ही प्रमुख रखते हुए सरकार ने उक्त फैसला लिया है। हालांकि कुछ गांवों में ठीकरी पहरा चल रहा है और हर आने जाने वाले की निगरानी रखी जा रही है, लेकिन अब पुलिस प्रशासन मिलकर 643 गांवाें को सील करके लॉकडाउन व कर्फ्यू का सख्ती से पालन सुनिश्चित करेंगे ताकि कोरोना के संक्रमण को चेन को तोड़कर प्रदेश को कोरोना मुक्त किया जा सके।
इन गांवों के सील रहने के दौरान खाद्य सामग्री व जरूरी वस्तुएं मुहैय्या कराने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। इसके लिए हेल्थ, रेवेन्यू, रूरल डवलपमेंट विभाग और रेडक्रॉस मिलकर सभी गांवों में सेवाएं देंगे ताकि लोगों को जरूरतें पूरी करने के लिए अपने घरों व गांवों से बाहर न निकलना पड़े। सभी गांवों की एंट्री पर दिन रात सख्त पहरा रहेगा और हर आन जाने वाले पर िनगरानी रखी जाएगी।
गांव-गांव जाकर स्थिति देखेगी टीम
उक्त गांवों में विभिन्न सेवाएं मुहैय्या कराए जाने के लिए सरकार द्वारा 82 टीमों का गठन किया गया है। इनमें मेडिकल अफसर, स्वास्थ्य कर्मी, पंचायत के लोग, रेवेन्यू और रूरल डवलपमेंट विभाग के कर्मचारी व अधिकारी शामिल रहेंगे। टीम के लाेग खाद्य सामग्री व अन्य जरूरी चीजें लोगों को मुहैय्या कराने के लिए गांव में ही मौजूद रहेंगे और समय समय पर गांवों में घमूकर स्थिति का आकलन करते रहेंगे ताकि हर व्यक्ति तक उनकी पहुंच बन सके और उसे परेशान न होना पड़े।
कर्फ्यू तोड़ने वालों पर और सख्ती करेगी पुलिस
643 गांवों के साथ विभिन्न शहरों के 108 गांवों पर भी सरकार की विशेष नजर है। यहां भी सरकार द्वारा पुिलस प्रशासन की सतर्कता बढ़ाई जाएगी ताकि लॉकडाउन और कर्फ्यू का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जा सके, क्योंकि ऐसी शिकायतें भी मिल रही हैं कि कस्बों के लाेग लॉकडाउन और कर्फ्यू के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, इसी के चलते अब वहां और सख्ती की जाएगी।
इधर, गन्ना किसानों के लिए सहकारी चीनी मिलों को 50 करोड़ रुपए जारी
कोविड-19 संकट के कारण लगाए गए कर्फ्यू/लॉकडाउन के चलते गन्ना किसानों के लिए सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य की सहकारी मिलों को 50 करोड़ रुपए जारी किए हैं। सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि शुगरफेड को मिली राशि गन्ना किसानों की अदायगी के लिए चीनी मिलों को भेज दिया है। संकट की इस घड़ी में इससे गन्ना किसानों को जहां बड़ी राहत मिलेगी।
किसी को किसी प्रकार की छूट नहीं मिलेगी
कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए सरकार ने स्पेशल ड्राइव चलाने का फैसला लिया है। इसके तहत अधिकारी व कर्मचारियों को आदेश के दिए गए हैं किसी को भी किसी प्रकार की छूट न दी जाए, क्योंकि सख्ती से पालन के कारण ही देश में कुछ जिले अभी तक कोराेना से सुरक्षित हैं। अगर सभी नियमों का पालन करेंगे तभी जल्द इस महामारी से मुक्ति पा सकते हैं। -बलबीर सिंह सिद्धू, स्वास्थ्य मंत्री