कीटनाशक दवा पीने के बाद हिसार के प्राइवेट अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल भौंसला गांव के जिले सिंह की मौत हो गई। थाना पुलिस ने तीन महिला सहित चार के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला मृतक की प|ी सावित्री की शिकायत पर दर्ज किया। सावित्री ने बताया कि 22 जुलाई रात को उसके पति जिले के पास घर पर देवर राजेंद्र का लड़का मनोज आया। मनोज मेरे पति से हरिद्वार जाने के लिए रुपए मांगने आया था। मेरे पति द्वारा मनोज को घर पर रहने की बात कही। दोनों बात करते हुए मकान से बाहर चले गए।
सावित्री ने बताया कि उसके देवर सज्जन जिसका निधन हो चुका है। उसकी प|ी रणबीरी, उसकी लड़की सुमन एवं उसके लड़के की बहू गली में आ गए। वह उसके पति को कहने लगे कि वो उनको भला-बूरा क्यों कह रहा है, जिस पर उसके पति ने कहा कि उसकी उनके साथ किसी तरह की कोई बात नहीं है। इसके बाद रणबीरी, सुमन, पूनम उसके पति के साथ जोर-जोर से बोलने लगी, जिनका शोर सुनकर सुमन का पति मनीष संडील भी बाहर आ गया। ये सभी उसके पति के साथ हाथापाई करने लगे। आसपास के लोगों ने पहुंचकर छुड़वा दिया। रणबीरी, सुमन, पूनम ने उसके पति को कहा कि हम तुम्हारे परिवार को फंसवा देंगे। उसके पति ने इन महिलाओं की बातों से आहत होकर कीटनाशक दवा पी गया। उसके पति को उसके लड़का सतीश ने बरवाला के प्राइवेट क्लीनिक में उपचार के लिए दाखिल करवाया।
27 जुलाई को तबीयत ज्यादा खराब होने पर उसके पति को हिसार के प्राइवेट अस्पताल में ले गए। यहां 29 जुलाई को उपचार के दौरान मौत हो गई। उसका आरोप है कि रणबीरी भौंसला, सुमन, पूनम, मनीष संडील ने मेरे पति को मरने के लिए कीटनाशक दवा पीने को मजबूर किया। थाना प्रभारी राजपाल ने बताया कि मृतक जिले सिंह की प|ी सावित्री की शिकायत पर तीन महिलाओं सहित चार के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है।