चंडीगढ़.भले ही ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड है, लेकिन सेक्टर-43 के रविंदर सिंह के लिए ये एक्सपीरियंस बेहद परेशानियों भरा रहा। रविंदर ने एमेजॉन से डेल कंपनी का एक लैपटॉप खरीदा जोकि कुछ ही दिनों में खराब हो गया। जब उन्होंने लैपटॉप की प्रॉब्लम के बारे में डेल इंडिया से बात की तो उन्हें पता चला कि ये लैपटॉप तो 2 बार पहले ही बिक चुका था। रविंदर ने फिर एमेजॉन के खिलाफ कंज्यूमर फोरम में केस फाइल किया।
फोरम ने रविंदर की शिकायत को सही ठहराते हुए एमेजॉन को 69 हजार रुपए लैपटॉप की कीमत रिफंड करने के लिए कहा और 20 हजार रुपए हर्जाना भरने के भी निर्देश दिए। रविंदर ने मई 2016 में ये लैपटॉप खरीदा था जिसकी कीमत 69990 रुपए थी।
ये लैपटॉप उन्हें सीग्लोबल कंपनी की तरफ से बेचा गया। लेकिन पहले दिन से ही लैपटॉप में प्रॉब्लम शुरू हो गई थी। 3 महीने बाद लैपटॉप की विंडो रिइंस्टॉल करवानी पड़ी और हार्ड डिस्क भी उन्होंने चेंज करवाई। एक साल भी लैपटॉप में प्रॉब्लम आती रही और इस दौरान ज्यादा टाइम लैपटॉप सर्विस सेंटर में ही रहा। जिस कारण रविंदर को काफी परेशानियां हुई। उन्होंने फिर डेल इंडिया से इस बारे में बात की जहां उन्हें बताया कि ये लैपटॉप तो पहले भी दो बार बिका हुआ था।
एमेजॉन ने रिप्लेस करने से किया मना :
रविंदर के वकील योगिंदर नागपाल ने बताया कि उन्होंने जब एमेजॉन से बात की तो उन्होंने लैपटॉप रिप्लेस करने से इनकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने एमेजॉन के खिलाफ केस फाइल किया। उन्होंने केस में सीग्लोबल और डेल को भी पार्टी बनाया। हालांकि कंज्यूमर फोरम ने केवल एमेजॉन के खिलाफ ही फैसला सुनाया। फोरम ने एमेजॉन को 69990 रुपए रिफंड करने, 20 हजार रुपए हर्जाना भरने और 10 हजार रुपए मुकदमा खर्च देने का फैसला सुनाया।
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