- चेयरमैन स्टीव डेल ने 88 रुपए में क्लब खरीदा था
- पैसों की तंगी में बरी एफसी के छह मैच रद्द हो चुके हैं
Dainik Bhaskar
Aug 24, 2019, 09:01 AM IST
खेल डेस्क. इंग्लैंड का 134 साल पुराना फुटबॉल क्लब बरी शनिवार से इंग्लिश फुटबॉल लीग का हिस्सा नहीं होगा। 1885 में अस्तित्व में आया ये क्लब पिछले करीब तीन साल से भीषण आर्थिक संकट झेल रहा है। क्लब के पिछले छह शेड्यूल कैंसल हो चुके हैं। कोई नया खिलाड़ी साइन नहीं हुआ है। जो खिलाड़ी क्लब से जुड़े हैं, उन्हें भी तीन-चार महीने से तनख्वाह तक नहीं मिली है। क्लब के चेयरमैन स्टीव डेल हैं, जिन्होंने 2018 में क्लब को इसके खराब दिनों में 88 रुपए में खरीदा था। क्लब के दिन नहीं सुधरे।
क्लब का 18 करोड़ रुपए तक का दाम लग चुका है
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अब कुछ अन्य फुटबॉल क्लब मालिक बरी एफसी को खरीदने में दिलचस्पी तो दिखा रहे हैं, लेकिन डेल क्लब बेचने को तैयार ही नहीं हैं। क्लब का 18 करोड़ रुपए तक का दाम लग चुका है। डेल चाहते हैं कि क्लब को बेचने से इतनी रकम मिले कि उनका व्यक्तिगत नुकसान भी कवर हो सके। इसी महत्वाकांक्षा में क्लब के बंद होने के दिन आ गए हैं।
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मैनचेस्टर का गिग लेन बरी एफसी का होमग्राउंड है। ग्राउंड के बाहर गुरुवार से ही फैन्स जमा होने लगे। फैन्स की अपील है कि या तो डेल क्लब बेचने को राजी हो जाएं या कोई अन्य बड़ा क्लब बरी एफसी की मदद के लिए आगे आए। क्लब के दफ्तर के बाहर नाराज फैन्स ताबूत लेकर पहुंचे, जिस पर रेस्ट इन पीस बरी एफसी लिखा था।
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क्लब के एडमिनिस्ट्रेशन में शामिल रहीं जॉय हर्ट के पिता ने क्लब को जिंदगी के 44 साल दिए। वे बरी एफसी के ही खिलाड़ी रहे, फिर मैनेजर, कोच और फीजियो भी रहे। अब इन बुरे हालातों की ओर फुटबॉल जगत का ध्यान दिलाने के लिए जॉय ने गुरुवार को क्लब के दफ्तर के बाहर खुद को एक खंभे से हथकड़ी लगाकर बांध लिया और पूरे दिन ऐसे ही खड़ी रहीं।
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क्लब के स्ट्राइकर हैरी बन बताते हैं- ‘मेरी बीवी प्रेगनेंट है और मुझे करीब चार महीने से तनख्वाह भी नहीं मिली है। ये मेरी जिंदगी का सबसे मुश्किल दौर है। बीवी की स्कूल टीचर की सैलरी से घर चल पा रहा है, वरना और भी दिक्कत हो जाती।’
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