भिवानी.सेंट्रल बोर्ड ऑफ एजुकेशन (सीबीएसई) के तहत शिक्षा सत्र 2018-19 में 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों के लिए गुड न्यूज है। सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा-2019 में विद्यार्थियों के हित में इंटरनल चॉइस प्रश्नों में बढ़ोतरी करने का निर्णय लेकर बड़ा बदलाव किया है। इस बदलाव से जहां पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी 10वीं व 12वीं की परीक्षा में अच्छे अंक हासिल कर बोर्ड की मैरिट सूची में स्थान पा सकेंगे, वहीं पढ़ाई में कमजोर विद्यार्थी भी आसानी से उत्तीर्ण हो सकेंगे।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) भारत की स्कूली शिक्षा का प्रमुख बोर्ड है। इस बोर्ड से देशभर के हजारों निजी स्कूल संबंधित हैं। ऐसे में इस बोर्ड के देशभर के लाखों विद्यार्थी जुड़े हुए हैं। सरकार के निर्देश पर सीबीएसई ने हाल ही में विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए बोर्ड परीक्षा-2019 में दो बड़े बदलाव किए हैं। बोर्ड ने पहला बदलाव इंटरनल चॉइस प्रश्नों में बढ़ोतरी करने का और दूसरा बदलाव परीक्षा में 33 प्रतिशत अंक पाने वाले विद्यार्थी को उत्तीर्ण करने का निर्णय लेकर किया है, जबकि पहले ऐसा नहीं था।
भिवानी के दिल्ली पब्लिक स्कूल की प्राचार्या डाॅ. अनिता शर्मा बताया कि सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा-2019 में विद्यार्थियों के हित में प्रश्न पत्र में 55 प्रतिशत इंटरनल चॉइस प्रश्न पूछे जाने का निर्णय लिया है। हालांकि नोटिफिकेशन व दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं। सीबीएसई के इस निर्णय से विद्यार्थी अच्छे अंक लेकर बोर्ड की मेरिट सूची में स्थान पा सकेंगे। वहीं परीक्षा परिणाम में भी बढ़ोतरी होगी।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा-2019 में दोनों परीक्षाओं (इंटरनल व एक्सटर्नल) में कुल 33 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले विद्यार्थी उत्तीर्ण हो सकेगा। इससे पहले ऐसा नहीं था। सीबीएसई के अनुसार इससे पहले इंटरनल परीक्षा व एक्सटर्नल परीक्षा दोनों में 33-33 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य था। ऐसे में यदि परीक्षा दोनों में से किसी एक परीक्षा में 33 प्रतिशत से कम अंक लेता था तो उसे उस सब्जेक्ट में फेल कर दिया जाता था। चाहे एक परीक्षा में विद्यार्थी 70 प्रतिशत अंक ही हासिल क्यों न किए हों। ऐसे में बोर्ड के इस बदलाव से विद्यार्थियों को भरपूर फायदा मिलेगा।
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