ब्यूनस आयर्स/झज्जर। झज्जर के गोरिया गांव की शूटर मनु भाकर ने यूथ ओलिंपिक गेम्स में वुमेंस कैटेगरी के 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीता। यह गेम्स के इतिहास में शूटिंग में भारत का पहला गोल्ड मेडल है। मनु 236.5 के स्कोर के साथ पहले स्थान पर रहीं। मनु क्वालिफाइंग राउंड में भी 576 के स्कोर के साथ टॉप पर रही थीं।
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मनु ने 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड जीता था। हालांकि वे एशियन गेम्स में मेडल नहीं जीत सकी थीं। वर्ल्ड कप के इंडिविजुअल और टीम इवेंट में भी मनु दो गोल्ड जीता था। मनु का यह साल का छठा गोल्ड मेडल है।मनु की जीत के बाद उनके पिता रामकृष्ण भाकर और मां सुमेधा बेहद खुश हैं। मनु की जींत के बाद परिवार को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
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मनु यूनिवर्सल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 11वीं की छात्रा हैं। उन्होंने निशानेबाजी की शुरुआत अपने स्कूल के प्ले ग्राउंड से ही की थी। पहले स्कूल में कोच से ट्रेनिंग ली। बाद में नेशनल कोच यशपाल राणा ने उन्हें ट्रेनिंग दी। उन्हीं से शूटिंग के गुर सीखकर वह यहां तक पहुंची।
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मनु लेटेस्ट गाने चलाकर शूटिंग की प्रैक्टिस करती हैं। उन्हें मोटिवेशनल वीडियो और दंगल जैसी फिल्में देखना पसंद है। मनु खेल के साथ पढ़ाई में भी अव्वल हैं। सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में उन्होंने स्कूल में टॉप किया था। मनु के पिता रामकृष्ण भाकर मर्चेंट नेवी में इंजीनियर हैं। मां सुमेधा टीचर हैं। बड़ा भाई अखिल (18) आईआईटी की तैयारी कर रहा है।