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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

बेटे के सवालों के जवाब देने के लिए बनाया था एल्बम, तीन साल की उम्र से ली ट्रेनिंग: फाल्गुनी शाह

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  • प्रतिष्ठित ग्रैमी अवॉर्ड तक पहुंचने वाली भारतीय मां फाल्गुनी शाह की कहानी
  • उन्होंने बताया कि संगीत बेटे के सभी सवालों के जवाब देने का सबसे अच्छा तरीका

फाल्गुनी शाह (न्यूयॉर्क से भास्कर के लिए). एक दिन मेरा बेटा जब स्कूल से घर आया तो कई सारे सवाल पूछने लगा। जैसे कि हमारे खाने का रंग पीला क्यों है? स्कूल में हम जो भाषा बोलते हैं वो हमारी भाषा से अलग क्यों है? हम अलग तरीके से चीजों को क्यों गिनते हैं?

मुझे लगा कि संगीत उसके सभी सवालों के जवाब देने का सबसे अच्छा तरीका है और इससे उसे भारतीय अमेरिकी बच्चे के रूप में अमेरिका में पहचान बनाने में मदद भी मिलेगी। मेरे बेटे की अपनी पृष्ठभूमि और संस्कृति के बारे में जानने की जिज्ञासा ने मुझे ‘फालूज बाजार’ एल्बम के लिए प्रेरित किया। मेरा यह एल्बम इस वर्ष 61वें ग्रैमी अवॉर्ड में बेस्ट चिल्ड्रन म्यूज़िक कैटेगरी के लिए नॉमिनेट किया गया था।

मैं नॉमिनेट हुई तो ऐसा लगा कि चांद पर हूं। इसके लिए मैंने ज्यादा तैयारी नहीं की थी। मुझे इस बारे में ज्यादा कुछ पता भी नहीं था। जब हम वहां पहुंचे तो हमारे साथ सुपरस्टार्स की तरह व्यवहार किया गया। हालांकि अभी भी मुझे ऐसा लगता है कि लंबा रास्ता तय करना है, लेकिन इसका अनुभव काफी आश्चर्यजनक और अतुल्य है। हालांकि मैं इससे पहले विक्लिफ जीन, फिलिप ग्लास, रिकी मार्टिन, ब्लूज़ ट्रैवलर और एआर रहमान जैसे संगीतकारों के साथ परफॉर्म कर चुकी हूं।

व्हाइट हाउस में भी मेरा विशेष प्रोग्राम हुआ है। संगीत की बात करें तो मैं तीन साल की उम्र से संगीत की ट्रेनिंग ले रही हूं। आज 39 वर्ष की आयु में भी 18-18 घंटे काम करना पड़ता है। यह रास्ता इतना आसान नहीं रहा है। मेरी कोशिश इंडियन क्लासिकल म्यूज़िक को इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म तक पहुंचाने की है। मैंने जयपुर संगीत परंपरा और ठुमरी की बनारस शैली में ट्रेनिंग ली और आगे चलकर जयपुर घराने के मशहूर भारतीय शास्त्रीय गायक उस्ताद सुल्तान खान और किशोरी अमोनकर से भी संगीत सीखा।

एक बार की बात है जब मैं छह साल की थीं तब मेरा एक्सीडेंट हो गया था। अस्पताल में दर्द से ध्यान भटकाने के लिए मां ने गाना गाने की सलाह दी। इस तरह म्यूजिक के अलावा सिंगिंग की शुरुआत अस्पताल के कमरे से की। मुझे जल्द ही इस बात का एहसास हो गया था कि मैं गायक और संगीतकार बनना चाहती हूंं। ‘फालूज बाजार’ पहला साउथ एशियन एल्बम है जो हिंदी, इंग्लिश और गुजराती तीन भाषाओं में लिखा गया है। यह जो बच्चों को खेल-खेल में हमारी संस्कृति और संगीत के बारे में बताता है। एक गायक/संगीतकार के रूप में अगर कहूं तो मेरे सबसे खूबसूरत अनुभवों में से एक व्हाइट हाउस में परफॉर्म करना है।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा ने मेरे साथ काफी शालीनतापूर्ण व्यवहार किया और व्यक्तिगत रूप से हमारी देखभाल की। वे एक शानदार मां, बेटी और पत्नी होने के साथ ही तेजस्वी महिला हैं। अब न्यूयॉर्क में रहकर मैं अपने देश को काफी मिस करती हूं। संगीत में करियर बनाने के लिए आपको दृढ़निश्चयी बनना पड़ता है क्योंकि संगीत की दुनिया में अपना नाम बनाना कठिन है और इसके लिए आपको खुद पर विश्वास बनाए रखना होगा।