कुलभूषण सैनी, यमुनानगर.रेप पीड़िता मंदबुद्धि महिला से रेप करने वाले का अब तक पता नहीं चल पाया है। इसी बीच महिला जानलेवा बीमारी की चपेट में आ गई है। इस बीमारी की वजह रेप बताया जा रहा है। डॉक्टर्स ने उसे एचआईवी पॉजीटिव बताया है। पीजीआई चंडीगढ़ से उसका इलाज चल रहा है, हालांकि महिला की दिमागी हालत में अब कुछ सुधार है।
दिमागी हालत में सुधार होने के बाद महिला अपने परिवार के लोगों से मिलने की जिद करने लगी तो अम्बाला मदर टरेसा होम स्टाफ ने परिवार के पास भेजने का फैसला लिया, हालांकि होम की तरफ से ही उसका ट्रीटमेंट कराया जा रहा है और एचआईवी पॉजीटिव को मिलने वाली हर सरकारी सुविधा दिलाई जा रही है। परिवार के लोग उसे घर ले आए हैं, लेकिन जब उन्हें इस बात का पता चला कि उसे एचआईवी है तो उन्हें रेप की घटना का पता चलने से भी ज्यादा उन्हें धक्का लगा। महिला अब अपनी बेटी के पास है। वह परिवार के सभी लोगों को पहचान रही है।
परिवार से महिला बोली-मेरे साथ सिविल अस्पताल में रेप हुआ, धमकाया भी गया। महिला बच्चों और पति से मिलने के बाद अपने साथ हुई दरिंदगी की कहानी बताई है। महिला ने बताया कि वह अस्पताल में थी। वहां पर पुलिस वाले ने उसके साथ गलत काम किया। किसी को बताने पर धमकी भी दी। उसे वह घटना कुछ-कुछ याद है।
पति से कहा-सब ठीक तो है
महिला के पति ने बताया कि वह पत्नी को लेने गया था। वहां पर वे कुछ देर चुप रहे। फिर मैंने उससे पूछा कि वह कहां चली गई थी। उसने कहा कि सब ठीक तो है। पति ने बताया कि उसकी पत्नी ने उसे पहली बार में ही पहचान लिया था। उनका कहना है कि पत्नी से जो गलत काम हुआ, इसलिए वह एचआईवी की चपेट में आई है। बता दें कि उनके पास दो बेटे और एक बेटी है। एक बेटे और बेटी की शादी हो चुकी है। उसकी पत्नी के भाई और पिता की मौत हो गई। इससे वह मानसिक परेशान रहने लगी और धीरे-धीरे वह दिमागी संतुलन खो बैठी। इसके बाद वह घर से कहीं चली गई।
महिला पुलिस थाना ने की खानापूर्ति
महिला से रेप की घटना को एक साल होने वाला है। इस मामले में जांच के नाम पर महिला पुलिस ने खानापूर्ति ही की है। पीड़िता के बयान नहीं लिए गए और उसकी काउंसलिंग भी नहीं कराई गई।
अब तक यह हो चुका
सिविल अस्पताल में भर्ती मंदबुद्धि महिला के साथ 28 दिसंबर 2017 को रेप की वारदात हुई। महिला पुलिस थाने में अज्ञात पुलिसकर्मी के खिलाफ केस दर्ज हुआ। महिला को अम्बाला मदर टरेसा होम में भेज दिया गया। मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि हुई। शक के दायरे में आए पुलिस कर्मी का डीएनए कराया गया। अक्टूबर में रिपोर्ट आई तो रिपोर्ट निगेटिव निकली। यानी रेप पुलिस कर्मी ने नहीं किया। इस मामले में दोबारा जांच के आदेश दिए गए। महिला आयोग भी जांच की बात कह चुका है। इस मामले में अब दोबारा से डीएनए जांच हो सकती है।
महिला के बयान लिए जाएंगे
एसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि पीड़ित अगर कह रही है कि उसके साथ पुलिस कर्मी ने गलत काम किया था तो उसके बयान लिए जाएंगे। वहीं इस मामले की दोबारा जांच की जा रही है। जांच में जो भी सामने आएगा, उसके अनुसार एक्शन लिया जाएगा।
परिवार के पास आ गई महिला
महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी अरविंद्रजीत कौर और सहायक देवेंद्र शर्मा ने बताया कि महिला की दिमागी हालत अब कुछ ठीक है। उसे उसके परिजन होम से ले आए हैं। अब वह परिवार के साथ है।
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