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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

पशु कार्यकर्ता की अपील- मच्छरों को खून पीने दें, ऐसा करके वे अपने बच्चों का पोषण कर रहे

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  • Animal Lovers | France Animal Rights Activist Urging People, not kill mosquitoes, let them blood donation

  • मच्छर अपने अंडों और बच्चों के विकास के लिए खून पीते हैं, उन्हें न मारे- पशु अधिकार कार्यकर्ता
  • लोगों ने कार्यकर्ता को मूर्ख कहा और उनके बयान की आलोचना की
  • 2017 में दुनियाभर में मलेरिया के करीब 22 करोड़ मामले सामने आए और 4,35,000 मौतें हुईं- डब्ल्यूएचओ

Dainik Bhaskar

Aug 08, 2019, 08:30 AM IST

पेरिस. फ्रांस के पशु अधिकार कार्यकर्ता ने लोगों से मच्छरों को नहीं मारने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मच्छरों को खून पीने दें। उन्हें अपने बच्चों का पोषण करने के लिए इसकी जरूरत होती है। फ्रांसीसी टीवी प्रजेंटर आयमेरिक कैरन कोमोटो.टीवी पर पशु अधिकार से जुड़े सवालों का जवाब दे रहे थे।

‘मच्छर प्रोटीन के लिए काटते हैं’

  1. कैरन से पूछा गया कि जब मच्छर काटते हैं तो क्या करें? कैरन ने कहा कि सभी जीवों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए। उन्हें मारा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने समझाया कि जो मच्छर लोगों को काटते हैं। वे प्रोटीन के लिए ऐसा करते हैं। उन्हें अपने अंडों और बच्चों के विकास के लिए खून की जरूरत होती है।

  2. उन्होंने कहा कि मच्छर अपने बच्चों के भविष्य के लिए जिंदगी खतरे में डालते हैं। उनके पास इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं होता। कोई भी समय-समय पर कीड़े को रक्तदान कर सकता है। वह केवल अपने बच्चों के पोषण की कोशिश कर रहा है। यह कोई ड्रामा नहीं है। पशु प्रेमियों को मच्छरों को खुद को काटने देना चाहिए।

  3. लोग मच्छरों को भगाने के लिए प्राकृतिक तरीके अपनाएं

    उन्होंने कहा कि मलेरिया के खतरे को देखते हुए अफ्रीकी लोगों को इससे बचना चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि जो लोग खुद को काटे जाने की इच्छा नहीं रखते हैं, उन्हें दूर भगाने वाला प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए। जैसे लेवेंडर ऑयल या लहसून। कैरन के इस सुझाव की लोगों ने आलोचना की।

  4. लोगों ने कैरन के सुझाव को मूर्खतापूर्ण और गैर जिम्मेदाराना बताया। एक अन्य पशु अधिकार कार्यकर्ता टोनी वर्नेली ने कहा कि बहुत सारे लोगों को यह बातें समझ नहीं आएगी। लोगों को शिक्षित करने का यह तरीका मददगार नहीं है। इसका पशु कल्याण कैंपेन से कोई लेना-देना नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 में दुनियाभर में मलेरिया के करीब 22 करोड़ मामले सामने आए और 4,35,000 मौतें हुईं।

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