- डोनाल्ड ट्रम्प और नरेंद्र मोदी के बीच जी-7 समिट में व्यापार समझौते को लेकर भी चर्चा हो सकती है
- 20 अगस्त को ही ट्रम्प ने तीसरी बार कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने की दिलचस्पी दिखाई थी
- हाल ही में ट्रम्प ने कहा था- कश्मीर एक जटिल स्थिति है, इस समस्या का धर्म से भी संबंध है
Dainik Bhaskar
Aug 23, 2019, 09:17 AM IST
वॉशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प कश्मीर समेत अन्य मुद्दों पर जी-7 समिट में दुनिया के बड़े नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। जी-7 समिट 24 से 26 अगस्त को फ्रांस के बियारिट्ज शहर में होगी। यूएस प्रशासन ने गुरुवार को आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि ट्रम्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जी-7 में द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस दौरान वे कश्मीर में तनाव कम करने के लिए मोदी का प्लान जानना चाहेंगे।
ट्रम्प और मोदी के बीच व्यापार समझौते को लेकर भी बात हो सकती है। अमेरिका चाहता है कि भारत यूएस से आयात होने वाली वस्तुओं और सेवाओं पर टैरिफ घटाए। साथ ही अपने बाजार को खुला और स्वतंत्र करने पर काम करे।
ट्रम्प के लिए रशियन गैस सप्लाई भी एक अहम मुद्दा
यूएस प्रशासन के मुताबिक, ट्रम्प जी-7 में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस दौरान ट्रम्प का कश्मीर के अलावा रशियन गैस सप्लाई भी एक अहम मुद्दा रहेगा।
भारत-पाक के बीच बड़ी परेशानियां हैं: ट्रम्प
20 अगस्त को ही ट्रम्प ने तीसरी बार कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने की दिलचस्पी दिखाई थी। ट्रम्प ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था, “कश्मीर एक जटिल स्थिति है। इस समस्या का धर्म से भी संबंध है। आपके पास हिंदू हैं और मुस्लिम भी हैं। मुझे नहीं लगता कि दोनों समुदाय अच्छे से साथ रह पाते हों। दोनों देशों के बीच बड़ी परेशानियां हैं। यह दशकों से चला आ रहा है। इसे सुलझाने के लिए मैं मध्यस्थता कर सकता हूं या फिर कुछ और बेहतर।”