Chandigarh April 28, 2023
ईद-उल-फितर से जुड़ी कविताओं और शुभकामनाओं के साथ ईद की बधाई दी गई।
अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अक्षय कुमार ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम बड़े पैमाने पर आयोजित किए जाने चाहियें ताकि लोगों को उर्दू सभ्यता और संस्कृति के बारे में पता चल सके। पंजाब में अगर कोई उर्दू की नर्सरी है तो वह उर्दू विभाग, पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ है, तो इसका संदेश भी दूर तक जाना चाहिए।
उनके बाद प्रोफ़ेसर रेहाना परवीन ने कहा कि रमज़ान के तीस दिनों के बाद यह ईद का त्यौहार आता है, रमज़ान का मकसद ख़ुद पर क़ाबू रखना है, हमारा नफ़्स हमें बुराई की तरफ़ उकसाता है तो उस पर क़ाबू पाने के लिए रोज़ा रखने का सबसे अहम उद्देश्य है. इसके अलावा प्रो. रेहाना ने उर्दू विभाग के इतिहास पर भी रौशनी डाली।
समारोह में रूसी भाषा विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. पंकज मालवीय ने ईद की बधाई देते हुए कहा कि ईद भाईचारे का त्योहार है, इस मौके पर हम एक-दूसरे की खुशियों में शामिल होते हैं और एक-दूसरे को मुबारकबाद देते हैं.एक दूसरे की सभ्यता को समझते हैं और उसपर अपने विचार प्रकट करते हैं। लखनऊ की शिष्टता के बारे में उन्होंने कहा कि लखनऊ के लोग जब बहस करते हैं तो उसमें भी आचरण का एक पहलू निहित होता है। प्रोफेसर मालवीय ने विभिन्न कविताएं सुनकर उर्दू सभ्यता और ईद के संदेश को स्पष्ट करते हुए उर्दू संस्कृति का महत्व और अर्थ समझाया।
उर्दू विभाग के अध्यक्ष डॉ. अली अब्बास ने हाल ही में हुईं विभाग की विभिन्न गतिविधियों का संक्षिप्त उल्लेख करते हुए कहा कि विभाग में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों का उद्देश्य यह है कि छात्र न केवल अपने आप को अकादमिक रूप से बल्कि सांस्कृतिक व व्यवहारिक रूप से भी मजबूत करते हुए खुद को बेहतर इंसान बनाएँ। एक ऐसा इंसान जो समाज सुधार के साथ-साथ जीवन के सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। यह तभी संभव है जब हम विभाग की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेंगे और स्वयं को एक सक्रिय एवं बहुमुखी प्रतिभा का धनी बनायेंगे।
कार्यक्रम का संचालन एम-ए उर्दू के छात्र राशिद अमीन नदवी ने किया।l
फारसी विभाग के शिक्षक डॉ. ज़ुल्फ़िक़ार अली ने सभी का आभार व्यक्त किया।