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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

इंसान और बंदर के जेनेटिक मटेरियल से तैयार किया गया दुनिया का पहला डिजाइनर भ्रूण

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  • Spanish Scientist claims to have grown the worlds first ever human monkey hybrid embryo in a lab in China

  • शोधकर्ताओं ने जेनेटिकली मॉडिफाइड बंदर के भ्रूण और इंसानी स्टेम कोशिकाओं से किया विकसित एम्ब्रायो
  • टीम में चीन, अमेरिका और स्पेन के वैज्ञानिक शामिल थे, कामयाब रहा भ्रूण विकसित करने का एक्सपेरिमेंट

Dainik Bhaskar

Aug 03, 2019, 08:41 AM IST

हेल्थ डेस्क. स्पेन के वैज्ञानिक ने चीन की लैब में पहली बार ऐसा डिजाइनर भ्रूण तैयार किया गया है, जो इंसान और बंदर से मिलाकर तैयार किया गया है। इस हाइब्रिड भ्रूण से तैयार होने वाले बच्चे में दोनों की खूबियां होंगी। कानूनी कार्यवाही से बचने के लिए यह प्रयोग चीन में किया गया। भ्रूण को 14 दिन का विकसित करने के बाद इस पर रोक लगा दी गई। यह कदम इंसानों में जानवर के अंगों को ट्रांसप्लांट करने के लिए अहम माना जा रहा है।

2017 में इंसान और सुअर से तैयार किया था भ्रूण

  1. स्पेनिश शोधकर्ता जुआन कार्लोस ने जेनेटिकली मोडिफाइड बंदर के भ्रूण से वे जीन डिएक्टिवेट किए, जो अंगों को विकसित करने का कम करते हैं। इसके बाद भ्रूण में इंसान की स्टेम कोशिकाओं को डाला किया गया। नतीजा यह रहा है कि भ्रूण किसी भी तरह के ऊतक के निर्माण के लिए सक्षम बन गया। 

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    जुआन कार्लोस

  2. शोधकर्ताओं की टीम ने हालांकि किसी भी पत्रिका में रिसर्च के परिणाम नहीं प्रकाशित कराए हैं। वेबसाइट एल-पेस के मुताबिक, हाइब्रिड भ्रूण तैयार किया गया लेकिन विकसित होने के 14 दिन बाद ही उसे खत्म कर दिया गया। भ्रूण में लाल लाइनें देखी गई थीं, जो बताती है इसमें भविष्य में इसमें सेंट्रल नर्वस सिस्टम विकसित नहीं हो सकता। हालांकि भ्रूण तैयार करने का प्रयोग सफल रहा। 
     

  3. शोधकर्ता जुआन कार्लोस 2017 में भी पहली बार इंसान और सुअर के जेनेटिक मैटेरियल को मिलाकर एक भ्रूण तैयार किया था। हालांकि यह प्रयोग बहुत सफल नहीं हो पाया था। रिसर्च के प्रोजेक्ट कॉलाब्रेटर और अमेरिकी मर्सिया कैथेलिक यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर एस्ट्रेला न्यूनेल के मुताबिक, टीम इस अध्ययन को जर्नल में प्रकाशित कराने की तैयारी कर रही है। 

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