बठिंडा। पाकिस्तान की गोलाबारी में शहीद हुए लांस नायक कुलदीप सिंह का पार्थिव शरीर सोमवार को सैन्य सम्मान के साथ पैतृक गांव कौरेआणा पहुंचा। शहीद के पार्थिव शरीर के पहुंचते ही गांव शोक के माहौल में डूब गया। साथ ही लोगों को इस बात का भी फख्र था कि उनका लाल देश के लिए शहीद हुआ है। शहीद की पूरे सैन्य सम्मान से अंत्येष्टि की गई। इस दौरान हजारों नम आंखों ने शहीद को अंतिम विदाई दी।
शहीद की मां ने एक हफ्ते पहले ही वह ड्यूटी पर गया था। कहता था रिटायरमेंट में बस साल बचा है। उसके बाद घर का बचा हुआ काम पूरा करवाकर मां के पास ही रहूंगा।पाक सेना की नापाक हरकत ने तलवंडी साबो के मां-बेटे के साथ रहने के वर्षो के सपने को चूरचूर कर दिया। शहीद कुलदीप सिंह के छह साल का बेटा और दो साल की बेटी है। अंत्येष्टि के दौरान बेटी पिता की शहीदी को लेकर बेखबर थी। उसे पता ही नहीं चल रहा था कि ये मातम क्यों है।
बेटे के गम ने कुलदीप की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। विलाप करते हुए कहा कि पहले कुलदीप के पिता हमें छोड़कर चले गए अब कुलदीप भी पत्नी व बच्चों को छोड़कर चला गया। यह बुढ़ापा मैं किसके सहारे बिताऊंगी। पति की शहादत के बाद पत्नी जसप्रीत बेसुध हो गई। वह बार-बार पति को याद कर रही थी। पार्थिव शरीर देखकर बार-बार बोल रही थी कि यह कौन है? कुलदीप सिंह छोटे भाई भगवंत सिंह की शादी करवाने के बाद 17 दिसंबर को ही ड्यूटी पर वापस गया था। छोटा भाई भगवंत भी भाई की याद में बार-बार रो रहा था।