पटना, सनाउल हक़ चंचल-
पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद, तेजस्वी और राजद ने जदयू की सभी तीन शर्तों को ठुकरा कर साफ कर दिया है कि न तो तेजस्वी इस्तीफा देंगे, न लालू प्रसाद अपनी बेनामी सम्पति का खुलासा करेंगे और न ही सीबीआइ, ईडी और इनकम टैक्स द्वारा लगाए गए आरोपों का बिन्दुवार तथ्यात्मक जवाब देंगे।
दूसरी ओर सभी मंत्री के इस्तीफा देने की धमकी देकर राजद ने मुख्यमंत्री की ऑथरिटी को ही चुनौती दे दी है। ऐसे में एक बार गेंद फिर नीतीश कुमार के पाले में आ गयी है।
मोदी ने कहा अपेक्षा तो थी कि तेजस्वी यादव अपने ऊपर लगे आरोपों का बिन्दुवार जवाब देंगे। वे बताएंगे कि डिलाइट मार्केटिंग को पटना में 3 एकड़ जमीन कैसे मिली, वह जमीन उनके कब्जे में कैसे आई, उस पर बन रहे 750 करोड़ के मॉल के वे मालिक कैसे बने, दिल्ली की न्यूफ्रेंड्स कॉलोनी में चार मंजिला मकान तथा करीब एक दर्जन शेल कम्पनियों को उन्होंने किस तरह से हासिल किया? मगर उनके पास कोई जवाब नहीं है इसलिए ‘बदले की भावना से कार्रवाई’ का राग अलाप रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा, राजद के मंत्री के विभाग के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ भाग न लेकर तेजस्वी ने कार्यक्रम का बहिष्कार नहीं बल्कि मुख्यमंत्री की अवलेहना और अपमान किया है। मोदी ने कहा सीबीआई की छापेमारी के बाद से ही तेजस्वी अपने कार्यालय नहीं गए हैं। शासन-प्रशासन का काम बुरी तरह से प्रभावित है। ऐसे में मुख्यमंत्री को अविलम्ब तेजस्वी को बर्खास्त करने का फैसला लेना चाहिए।