वॉशिंगटन. सिएटल में रहने वाले एक सामाजिक कार्यकर्ता एलन नाइमैन (63) ने मरने से पहले गरीब बच्चों के लिए 11 मिलियन डॉलर (करीब 77 करोड़ रुपए) दान कर दिए। बड़ी बात यह कि इस तरह का दान दिए जाने का एलन के करीबी दोस्तों तक को पता नहीं था। इसी साल जनवरी में कैंसर के चलते एलन की मौत हो गई थी। उनके दान का पता हाल ही में उनकी वसीयत से चला।
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वॉशिंगटन में चिल्ड्रन सर्विस में एलन के साथ काम कर चुकीं मैरी मोनाहन कहती हैं- इस बात की जानकारी मिलने पर सभी आश्चर्यचकित रह गए। हर कोई यही जानना चाहता है कि इतने पैसे उन्होंने कैसे दान कर दिए? कैंसर का पता चलने पर उन्होंने कहा था कि मरने से पहले चैरिटी को सब दान कर दूंगा।
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मोनाहन के मुताबिक- उन्होंने सोशल सर्विस में कई ऐसे बच्चों के लिए काम किया जो आर्थिक रूप से लाचार और शारीरिक रूप से कमजोर थे। उन्हें लगता था कि दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जिन्हें काफी कुछ दिए जाने की जरूरत है। एलन ने बच्चों के लिए काम करने की वजह से 30 साल पहले बैंकिंग करियर छोड़ दिया था।
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एलन की संपत्ति स्थानीय चैरिटी संगठनों में बांटी जाएगी। बच्चों के एक चैरिटी संगठन ट्रीहाउस की चीफ डेवलपमेंट अफसर जेसिका रॉस बताती हैं कि मौत से कुछ महीने पहले एलन 5 हजार डॉलर दान कर गए थे। उनकी वसीयत में हमें 9 लाख डॉलर दिए जाने की बात सामने आई तो इसने चौंका दिया।
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एलन के बैंकिंग दिनों के मित्र शशि करन बताते हैं- वे काफी कम खर्चीले थे। उन्हें कारों का शौक था, लेकिन वे कपड़े सस्ते पहनते थे। यह बात और है कि उन्होंने सारी जिंदगी खराब गाड़ियां चलाईं। जब उन्होंने इतना बड़ा दान दिया है तो लगता है कि मैं उनके बारे में काफी कम जानता हूं।
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दोस्तों का कहना है कि एलन ने शादी नहीं की लेकिन वह बच्चों से बेहद प्यार करते थे। वह दो-तीन नौकरियां करते थे ताकि बच्चों पर खर्च करने के लिए ज्यादा कमा सकें।
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एलन के बड़े भाई डेवलपमेंटल डिसएबिलिटी से पीड़ित थे, जो बमुश्किल बोल पाते थे। 2013 में उनकी मौत हो गई थी। एलन की करीबी दोस्त सूसन मेडसन के मुताबिक- वह जिन हालात में पले-बढ़े, उसका उनकी जिंदगी पर खासा प्रभाव पड़ा। उनका एक ही मकसद था- कष्ट में रह रहे लोगों के लिए कुछ करना।