25 अगस्त को पंचकूला में गुरमीत राम रहीम को रेप के मामलों में दोषी करार दिए जाने के बाद डेरा सच्चा सौदा समर्थकों की ओर से की गई हिंसा के मामले में हरियाणा पुलिस की एसआईटी को एक बड़ी कामयाबी मिली है.
हरियाणा पुलिस का एक जवान जोकि डेरे में 2008 से गुरमीत राम रहीम की सिक्योरिटी में तैनात था, उसने सरकारी गवाह बनते हुए अपने बयान में बताया है कि 17 तारीख को सिरसा के डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में डेरे की मैनेजमेंट कमेटी की एक मीटिंग हनीप्रीत और आदित्य इंसा की अध्यक्षता में हुई थी, जिसमें विपासना इंसा भी मौजूद थी. हरियाणा पुलिस का ये हेड कांस्टेबल उस मीटिंग का चश्मदीद है.
हरियाणा पुलिस के जवान विकास कुमार का दावा है कि 25 अगस्त को जैसे ही गुरमीत राम रहीम को पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने दोषी करार दिया और उसके बाद हरियाणा पुलिस राम रहीम को कस्टडी में लेकर जेल भेजने के लिए कोर्ट से बाहर लेकर आई तो हनीप्रीत ने गर्दन हिला कर दंगे करवाने के लिए वहां मौजूद राम रहीम के पर्सनल स्टॉफ को इशारा किया था.
विपासना इंसा की गिरफ्तारी भी जल्द संभव
हेड कांस्टेबल विकास कुमार, हरियाणा पुलिस की तरफ से गुरमीत सिंह के पर्सनल गनमैन के तौर पर 2008 से नियुक्त था. हेड कॉन्स्टेबल विकास कुमार की गवाही इस मामले में काफी अहम है और विकास ने अपनी गवाही में ये भी साफ कर दिया है कि डेरा सच्चा सौदा के सिरसा मुख्यालय में 17 अगस्त को पंचकूला में हिंसा भड़काने के लिए जो मीटिंग हुई थी उस मीटिंग में विपसना इंसा भी मौजूद थी. पंचकूला दंगा मामले में डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपासना इंसा की गिरफ्तारी भी जल्द संभव है. हरियाणा पुलिस एसआईटी के सूत्रों के मुताबिक अभी विप्स्सना इंसा के खिलाफ और सबूत जुटाए जा रहे हैं.
आखिर क्या बनाया गया था मास्टर प्लान
हरियाणा पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल विकास कुमार ने सरकारी गवाह बनते हुए पुलिस को बताया है कि अगस्त 2008 से मेरी ड्यूटी डेरा सच्चा सौदा में गुरमीत राम रहीम के साथ बतौर गनमैन लगी हुई है. जिसके कारण मैं अक्सर डेरा सच्चा सौदा में गुरमीत राम रहीम के करीब ही रहता था. बाबा के खिलाफ यौन शोषण का मामला सीबीआई की स्पेशल कोर्ट पंचकूला में चल रहा था जिसका फैसला 25 अगस्त को होना था. इस फैसले को लेकर 17 अगस्त की रात को डेरा सच्चा सौदा में दीदी हनीप्रीत और आदित्य इंसा की अध्यक्षता में एक मीटिंग हुई. इस मीटिंग में डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपसना, पंचकूला का जिला प्रधान चमकौर सिंह, डेरा सच्चा सौदा का प्रवक्ता दिलावर इंसा, पवन इंसा, महेंद्र इंसा, गोविंद, जसवीर, गोपाल, सुरेंद्र धीमान, गोबी राम और बाबा का पीए राकेश और आईटी विंग का हेड अर्ष अरोड़ा, विक्रम बलराज और दान सिंह के अलावा खैराती लाल, वेदप्रकाश, रणवीर सिंह, राकेश इंसा आदि लोग शामिल हुए. इस मीटिंग में योजना बनाई गई कि फैसला बाबा के हक में करवाने की नीयत से सरकार पर दबाव बनाने के लिए डेरा सच्चा सौदा की संगत और अनुयायियों का सहारा लिया जाएगा और 25 अगस्त से पहले पंचकूला और आसपास के इलाकों में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों को इकट्ठा किया जाएगा. और बाबा के खिलाफ फैसला आने की सूरत में इसी संगत का इस्तेमाल कर दंगे फसाद और आगजनी करवाई जाएगी और अगर सुरक्षा बल रोकने की कोशिश करेंगे तो उन पर भी हमला किया जाएगा और बाबा को हर हालत में पुलिस हिरासत से भगा दिया जाएगा.
बाबा के काफिले के गाड़ी में भी रखे थे हथियार
बाबा को पुलिस हिरासत से भगाने के लिए हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और पंजाब से काफी अनुयायियों को भीड़ के तौर पर पंचकूला में लाने की रणनीति बनाई गई और कई अनुयायियों को नसीहत दी गई कि अपने साथ पत्थर, डंडे, पेट्रोल और छत्तरियां साथ लेकर अपने साधनों से या फिर डेरा की तरफ से उपलब्ध करवाए गए साधनों से पंचकूला पहुंचें. इस मीटिंग में ये भी तय हुआ कि बाबा का गाड़ियों का जो काफिला पंचकूला जाएगा, उसमें भारी मात्रा में हथियार भी भेजा जाएगा. मीटिंग में ये भी तय हुआ कि बाबा के सम्मान को हर हाल में बचाना है और जरूरत पड़ने पर इसके लिए सरकार का तख्तापलट भी कर दिया जाएगा.
गर्दन हिलाना दंगे कराने का था इशारा
डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों को ये बताया गया कि हमारी संख्या करोड़ों में है और हम बाबा पर मर मिटेंगे. इसी मीटिंग में ये तय हुआ कि 25 अगस्त को बाबा के खिलाफ फैसला आने की सूरत में दीदी हनीप्रीत अपनी गर्दन हिला कर बाबा के पीए राकेश को उपद्रव और आगजनी करवाने के लिए इशारा करेंगी और पंचकूला में दंगा भड़काने के लिए वहां के नाम चर्चा इंचार्ज चमकौर सिंह की ड्यूटी लगाई गई. मैंने मीटिंग में मौजूद पदाधिकारियों की बातों को खुद अपने कानों से सुना है. 25 अगस्त को मैं पंचकूला कोर्ट में भी बाबा के साथ मौजूद था और मैंने खुद देखा कि जब बाबा और हनीप्रीत कोर्ट के गेट से बाहर आए तो हनीप्रीत ने गेट के बाहर आते ही पहले से तय शुदा प्लान के मुताबिक अपनी गर्दन हिला कर बाबा के पीए राकेश को इशारा किया, जिसके बाद पंचकूला में मौजूद डेरा के पदाधिकारियों ने डेरा समर्थकों को तयशुदा षड्यंत्र के तहत भड़का दिया. जिसके बाद इन लोगों ने जमकर तोड़फोड़ और उपद्रव किया और कई जगहों पर आगजनी कर दी. पिछले कई दिन से मैं बाबा राम रहीम के प्रभाव के कारण डर के मारे चुप रहा क्योंकि बाबा का सरकार और प्रशासन में बहुत ज्यादा प्रभाव था. लेकिन बाद में अपनी अंतरात्मा की आवाज पर मुझे खुद पर धिक्कारा, जिसके बाद मैंने पुलिस को ये तमाम जानकारी दी है और सरकारी गवाह बनने के लिए मैं अपना शपथ पत्र भी दे रहा हूं.