पंजाब की मंडियों में किसानों से खरीदे गए 125 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं; 80 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं का उठाव पहले ही पूरा
एफसीआई पंजाब ने ख़रीदा 125 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं
एफसीआई पंजाब की खरीद प्रक्रिया से लगभग 8 लाख किसान लाभान्वित हुए
चंडीगढ़, 8 मई, 2025 : भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने जानकारी दी है कि 7 मई, 2025 तक पंजाब की मंडियों में कुल 126.20 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) गेहूं की आवक दर्ज की गई है। इसमें से 10.13 एलएमटी गेहूं निजी एजेंसियों द्वारा खरीदा गया है, जबकि शेष 115.36 एलएमटी गेहूं भारत सरकार द्वारा केंद्रीय पूल के तहत खरीदा गया है।
गेहूं की यह खरीद किसानों से ₹2,425 प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर की जा रही है। अब तक इस खरीद प्रक्रिया से लगभग 8 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं। इस खरीद की कुल लागत ₹27,975 करोड़ रुपये है, जिसका वहन भारत सरकार द्वारा किया जाएगा।
115 एलएमटी में से करीब 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उठाव पहले ही मंडियों से किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष इसी अवधि में 78.5 एलएमटी गेहूं का उठाव हुआ था, जिससे स्पष्ट होता है कि इस वर्ष उठाव की प्रक्रिया अधिक तेज़ी से हो रही है।
एफसीआई ने रबी विपणन सीजन 2025-26 के अंतर्गत अब तक 275 रेक के माध्यम से 8.13 एलएमटी गेहूं का परिवहन किया है। इसके अतिरिक्त प्रतिदिन 12 से 15 रेक गेहूं अन्य राज्यों में भेजे जा रहे हैं।
हाल के दिनों में पंजाब में गेहूं की दैनिक आवक घटकर करीब 1 एलएमटी रह गई है, जबकि प्रतिदिन का औसत उठाव 4 से 5 एलएमटी के बीच बना हुआ है। इस रफ्तार को देखते हुए अगले कुछ दिनों में अधिकांश मंडियों के खाली होने की संभावना है।