रुद्रपाठ के साथ चार पहर की पूजा हुई
पंचकूला । रामगढ़ में मोर ठिकरी स्थित साईं मंदिर में शिवरात्रि की रात चार पहर की विशेष पूजा हुई। पंडित शंकराचार्य ने चारों पहर की अहमियत बताते दूध, घी, गाने के रस, भंग, भस्म, बेल पत्र आदि भोले बाबा को अर्पण कर रुद्राभिषेक कराया। पंडित शंकराचार्य ने बताया, शिवरात्रि पर भगवान भोले के रुद्राभिषेक की परंपरा रहती है। चारों पहर में अलग-अलग अभिषेक करते हुए मंत्रों से रुद्रपाठ किया जाता है। भस्म, दूध-दही, गन्ने के रस, भांग का रस, पंचामृत से बाबा का स्नान कराया जाता है। पूरे शिव परिवार को भोग अर्पण करते हैं और आखिरी पहर में बेलपत्र, फल आदि चीजों को अर्पण करते हैं। और फिर धूप और ज्योति दिखाकर आरती करते हुए चौथे पहर की पूजा समाप्त होती है।