मनोज राजपूत, डेराबस्सी.जीरकपुर फ्लाईओवर के पास ओएसिस मैरिज पैलेस में काम करने वाले पीयून ने पैलेस के स्टोर में ही खुदकुशी कर ली। शव छत के पंखे पर लटका मिला। मृतक की शिनाख्त 22 साल के कबीर राय पुत्र बहादुर राय निवासी मौलीजागरां के तौर पर हुई। मैरिज पैलेस में वह करीब दो साल से पीयून था। मामला उस समय हैरानी वाला हो गया, जब शनिवार को डेराबस्सी हॉस्पिटल में पोस्टमाॅर्टम हुआ। डॉक्टर्स ने बताया कि यह लड़का नहीं, लड़की है।
यह सुनने के बाद पुलिस, पैलेस स्टाफ और घरवालों के रोंगटे खड़े हो गए। कबीर राय ने जो सुसाइड नोट लिखा, उसमें भी उसने खुद को लड़का बताया है। लिखा कि वह अपनी प्रेमिका के चले जाने के कारण खुदकुशी कर रहा है। अब सवाल यह है कि वह जेंडर छुपाकर क्यों रह रही थी। इससे भी बड़ी हैरानी है कि कबीर राय की छोटी बहन (20) भी आज तक उसे भाई ही मानती रही। पोस्टमॉर्टम के बाद शनिवार को वह मानने को तैयार ही नहीं थी कि कबीर उसकी बहन है। जांच कर रहे एएसआई नाथी राम ने बताया कि जेंडर बदलकर क्यों रह रही थी, इसके पीछे कोई मजबूरी थी या कुछ और, इसकी जांच की जाएगी। मृतक की बहन से उसकी शिनाख्त करवाने के बाद उसके बयानों के आधार पर ही धारा 174 के तह कार्रवाई अंजाम दी गई है।
सुसाइड नोट में लिखादिल्ली की प्रेमिका के सदमे में मर रहा हूं :मौके से पुलिस को मिले खुदकुशी नोट में कबीर ने लिखा कि उसकी एक लड़की दोस्त दिल्ली में रहती थी। उसने करीब 20 दिन पहले किसी कारण खुदकुशी कर ली। उसकी मौत के कारण वह सदमे में था, जिस कारण वह भी अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा है। उसकी अस्थियों का विसर्जन भी प्रेमिका वाले स्थान पर किया जाए।
तीन घंटे चला पोस्टमॉर्टम :शव को पोस्टमॉर्टम के लिए हॉस्पिटल में लाया गया तो वहां एंट्री रजिस्टर में मेल लिखवाया गया। लेकिन जब पोस्टमाॅर्टम के दौरान शव को निर्वस्त्र किया तो डॉक्टर्स समेत स्टाफ मृतक को फीमेल पाकर हैरान रह गया। पहले उन्हें लगा कि दस्तावेजों में गलती से फीमेल की जगह मेल लिखा गया होगा। इसके बाद डॉक्यूमेंट चेक किए और पुलिस से बात की गई। पुलिस ने बताया कि मृतक की बहन ने भी यही कहा मरने वाला उसका भाई था। मामला पेचीदा होने पर दो महिला डाॅक्टर्स पोस्टमाॅर्टम के लिए तैनात की गईं। डॉक्टर भाविका और डॉक्टर दीक्षी ने पोस्टमाॅर्टम किया। इसके बाद डॉक्टरों ने बताया कि यह कोई सेक्स चेंज का मामला नहीं है। मृतक के प्राइवेट पार्ट्स से लेकर यूटरस (बच्चेदानी) तक मौजूद रहने से स्पष्ट है कि उसका सेक्स चेंज नहीं था, बल्कि वह कुदरती फीमेल थी।
बहन कह रही- कभी पता ही नहीं चला :कबीर की छोटी बहन चंडीगढ़ के एक स्कूल की बस में कंडक्टरहै। पोस्टमार्टम कक्ष में उसे भाई की फीमेल बॉडी भी दिखाई गई। मृतक की बहन निर्मला राय के अनुसार वह लड़का ही था और आम लोगों के साथ लड़कों की तरह ही व्यवहार करता था। लड़की होने पर उसे भी विश्वास नहीं हो रहा है।
मां-बाप छोड़कर चले गए थे… कबीर औरउसकी बहन निर्मला राय को मां-बाप बहुत पहले छोड़कर चले गए थे। इसके बाद से कबीर दिल्ली में रह रही थी और निर्मला मौलीजागरां में। कबीर दो साल पहले ही यहां आई और लड़का बनकर पैलेस में नौकरी करने लगी।
हाव-भाव, चाल-ढाल सब लड़कों जैसी :पैलेस मालिक और स्टाफ ने बताया कि कबीर दो साल से यहां काम करता था। उसके हाव-भाव, बोल-चाल से कभी पता ही नहीं चला कि वह लड़की है। वे तो लड़के की तरह ही ट्रीट करते थे। वह पैलेस की पैंटरी में लड़कों की वेशभूषा व हेयरकट में रहता था।
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