देश भर में आज त्योहार का महौल है. उत्तर भारत में लोग जहां मकर संक्रांति मना रहे हैं, तो वहीं केरल में पोंगल, असम में माघ बिहु और गुजरात में लोग उत्तरायन मना रहे हैं.
इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम बड़े नेताओं ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी है. राष्ट्रपति कोविंद ने रविवार सुबह ट्वीट किया, ‘पोंगल और मकर संक्रांति के अवसर पर सभी देशवासियों को बधाई. यह त्योहार हमारे अनगिनत किसानों की कड़ी मेहनत और लगन का उल्लास मनाने का अवसर है. आज का दिन हम सबके जीवन में आनंद, स्वास्थ्य और ख़ुशियां लाए.’
वहीं पीएम मोदी ने देशवासियों को बधाई देते हुए ट्वीट किया, ‘मकर संक्रांति के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को ढेरों बधाई’. इसके अलावा उन्होंने देशवासियों को पोंगल, बिहु और उत्तरायन की भी शुभकामनाएं दीं.
मकर संक्रांति के मौके पर आज देश में ही नहीं, बल्कि नेपाल, भूटान और बांग्लादेश के श्रद्धालुओं ने गंगा नदी के संगम में डुबकी लगाई. इसके लिए इन देशों के करीब 20 लाख श्रद्धालु बंगाल की खाड़ी में स्थित गंगासागर में पुण्य स्नान के लिए एकत्रित हुए हैं.
24 दक्षिण परगना के जिलाधिकारी वाई रत्नाकर राव ने बताया कि पिछले साल करीब 15 लाख श्रद्धालु गंगा सागर आये थे. इस साल यह आंकड़ा पहले ही पार हो चुका है और करीब 20 लाख लोग यहां पर हैं. हमने उनके लिए सभी इंतजाम किये हैं, ताकि उनकी यहां की यात्रा यादगार रहे. प्रसिद्ध तीर्थस्थल सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. राज्य सरकार ने करीब तीन हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की है और पुण्य स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर नजर रखने के लिए सात ड्रोन सेवा में लगाये हैं.
असल में पहली बार राज्य सरकार ने गंगा सागर मेले में निर्बाध संचार सुनिश्चित करने के लिए अपने अधिकारियों को सैटेलाइट फोन से लैस किया है.
राज्य सरकार के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ये सैटेलाइट फोन यह सुनिश्चित करेंगे कि अन्य चीजों के अलावा भूकंप या कोई सुनामी आने पर भी संचार में बाधा नहीं आये. अधिकारी ने कहा कि अधिकारियों को 16 सैटेलाइट फोन दिये गए हैं जो कि महत्वपूर्ण स्थानों पर ड्यूटी पर रहेंगे.
गौरतलब है कि सूर्यदेव जब धनु राशि से मकर पर पहुंचते हैं तो धूमधाम से मकर संक्रांति मनाई जाती है. इसका महत्व इसलिए ज्यादा है क्योंकि इस समय सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाता है और उत्तरायण को देवताओं का दिन माना जाता है. इसलिए आज के शुभ मुहूर्त में गंगा स्नान और दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है. इस दिन हर घर में खिचड़ी का भोग लगाया जाता है और तिल के लड्डू प्रासाद में बांटे जाते हैं. कई जगहों पर संक्रांति के दिन पतंग भी उड़ाई जाती है.