फतेहगढ़ साहिब। फतेहगढ़ साहिब में चल रहे शहीदी जोड़ मेले में हिजबुल के मारे जा चुके आतंकी बुरहान वानी और बेअंत सिंह हत्याकांड में सजा काट रहे जगतार सिंह हवारा की तस्वीर वाली मैगजीन की बिक्री व पंफलेंट बांटने से विवाद खड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
वंगार (चुनौती) नाम की मैगजीन व चार पन्नों के पंफलेट में आतंकियों को हीरो के तौर पर पेश किया गया है। गौरतलब है कि आतंकी बुरहान वानी को भारतीय सेना ने पिछले साल मार गिराया था। विवादित पंफलेट व मैगजीन में खालिस्तानी मूवमेंट को जायज बताते हुए हवारा की तस्वीर के नीचे लिखा गया है कि आजादी की लड़ाई जारी है। सूत्रों के अनुसार पंफलेट में आतंकी की फोटो के अलावा खालिस्तान से संबंधित साहित्य भी वितरित किया गया है।
खालिस्तान जिंदाबाद के नारे
मेले में कुछ लोगों ने संगत के बीच खालिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए। पंफलेट बांटने वालों ने लोगों से कहा कि वे किसी दल से नहीं हैं। वे तो गुरु साहिब के दास हैं। पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है।
ऐसी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं: कैप्टन
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि जांच के आदेश दिए गए हैं। देश विरोधी गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पंजाब पुलिस ऐसे तत्वों से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।
जांच करवाई जा रही है: एसएसपी
एसएसपी अलका मीना का कहना है कि हमें बुरहान बानी के चार पन्नों का पंफलेट व वंगार (चुनौती) पत्रिका लोगों के बीच बांटने की शिकायतें मिली है। जांच करवाई जा रही है। वहीं डीसी डीसी कंवलप्रीत बराड़ ने कहा कि पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है।
जोड़ मेले में आते है लाखों श्रद्धालु
गौरतलब है कि पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में हर साल गुरु गोबिंद सिंह के छोटे साहिबजादों की याद में जोड़ मेला होता है। यहां लाखों की संख्या में सिख संगत पहुंचती है। जोड़ मेले में पहली बार सियासी कांफ्रेंस पर रोक लगाई गई है।
कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए: सांपला
केंद्रीय राज्य मंत्री व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व विजय सांपला ने आरोप लगाया कि अकाली दल अमृतसर की मैगजीन में आतंकी रहे नेताओं के लेख छापकर बांटे गए और उन्हें हीरो की तरह पेश किया गया। मुख्यमंत्री जांच की ही बात कर रहे हैं, जबकि इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए थी। इससे पहले भी 20-20 के बैनर सड़कों व घरों पर लगाकर अलगाववाद को हवा दी गई थी।