तरनतारन। पाकिस्तान का शिकार बने सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने कहा कि जेल में मुलाकात के लिए जाने पर उसके परिवार को भी काफी जलील किया गया था। कुलभूषण जाधव से मिलने गई उनकी मां और पत्नी को अपमानित किए जाने पर दलबीर ने कहा कि पाकिस्तान की यही फितरत है। पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत से मुलाकात के दौरान उनकी किरपाण उतरवा ली गई थी। सरबजीत की पत्नी को माथ्ो से सिंदूर तक पोछने को विवश कर दिया था। बेटियों सहित सभी की बुरी तरह तलाशी ली गई थी।
कुलभूषण जाधव की मां अवंति जाधव व पत्नी चेतनकुल जाधव के साथ इस्लामाबाद में शर्मनाक व्यवहार की घटना के बाद दलबीर ने यह उजागर किया है। जागरण से बातचीत में दलबीर कौर ने बताया कि वर्ष 2011 में जब वह पाकिस्तान की कोट लखपत जेल पहुंचीं तो वहां उन्हें काफी जलील करते हुए तलाशी ली गई।
उन्होंने बताया कि मेरे साथ सरबजीत की पत्नी सुखप्रीत कौर, मासूम बेटियों स्वपनदीप व पूनम के सिर के बालों की सूइयां तक उतार ली गई थीं। सरबजीत की पत्नी के माथे पर लगी बिंदी और सिंदूर को हटा दिया गया था। हमारे जूड़े और चोटियां खोल दी गई थीं।
सरबजीत की पत्नी के माथे की बिंदी व सिंदूर को हटा दिया गया था, जाधव का भविष्य खतरे में
दलबीर ने जाधव की पत्नी और मां के साथ हुए दुव्र्यवहार पर दुख प्रकट कहते हुए कहा, पाकिस्तान के इरादे नापाक ही रहे हैं। मैैं अमृतधारी महिला हूं। सरबजीत से मुलाकात से पूर्व मेरी किरपाण उतार ली गई तो बहुत दुख हुआ। उतारी गई किरपाण जेल की बैरक के बाहर जमीन पर ही रख दी गई। ऐसा दो बार कोट लखपत जेल में हुआ जबकि तीसरी बार मुलाकात के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने के दौरान हुआ। पाकिस्तान की अदालत में जाने से पहले मेरी तीसरी बार किरपाण उतारी गई।
मैंने जानकारी दी पर मनमोहन सरकार मौन रही : दलबीर
दलबीर कौर ने कहा, इस सारे घटनाक्रम की जानकारी मैंने भारत सरकार को दी थी लेकिन दुख है कि मनमोहन सरकार ने चुप्पी साधे रखी। मोदी सरकार धन्यवाद की हकदार है जो जाधव की मां और पत्नी के साथ हुए दुर्व्यवहार का मामला उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरबजीत के साथ मुलाकात के मौके पर बीच में सलाखें थीं और जाधव से मिलने के दौरान शीशे की दीवार।
उन्होंने कहा कि सरबजीत के साथ मुलाकात के मौके पर जब उनके साथ ऐसा घटिया व्यवहार किया तो ऐसा लगा कि पाकिस्तान जेल प्रशासन की मनमानी है, लेकिन कुलभूषण जाधव की मुलाकात विदेश मंत्रालय में करवाने के मौके पर शीशे की दीवार लगाना मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
जाधव को रखने के ठिकाने को उजागर नहीं करना चाहता पाकिस्तान
दलबीर कौर ने कहा कि कुलभूषण जाधव की मुलाकात विदेश मंत्रालय में करवाने का मकसद यह भी हो सकता है कि पाकिस्तान जाधव को किस जेल में रखा है, यह छिपाना चाहता हो। उन्होंने कहा कि सरबजीत के मामले में उस समय की भारत सरकार चुप थी, जबकि जाधव के मामले में देश की सरकार पूरी तरह गंभीर है पर इसके बावजूद पाकिस्तान के नापाक इरादों से चौकस रहना होगा।