वॉशिंगटन. देश की दूसरी सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा कंपनी एंथम अमेरिकी सरकार को 16 मिलियन डॉलर (117 करोड़ रुपए) बतौर जुर्माना देगी। कंपनी पर आरोप है कि उसके करीब 7.9 करोड़ ग्राहकों का डेटा चोरी हो गया था। इस डेटा में लोगों के नाम, बर्थडेट्स, सोशल सिक्योरिटी नंबर और मेडिकल आईडी से जुड़ी जानकारियां थीं। कंपनी में हुई डेटा चोरी का खुलासा 2015 में एक साइबर अटैक के बाद हुआ।
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सूत्रों के मुताबिक, कंपनी की ओर से यह जुर्माना स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग को सौंपी जाएगी। विभाग के निदेशक रोजर सेवेरिनो ने कहा कि यह लोगों के विश्वास को छलने जैसा मामला है।
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सेवेरिनो ने कहा कि एंथम की ओर से मिलने वाली रकम सरकार की ओर से प्राइवेसी को लेकर अब तक लगाए गए जुर्माने से तीन गुना ज्यादा है। इससे हेल्थ इंडस्ट्री को संदेश जाएगा कि यहां हैकर्स की कोई जरूरत नहीं है और स्वास्थ्य संबंधी संगठन उनके निशाने पर रहते हैं।
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इंडियानापोलिस की कंपनी एंथम न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया के 4 करोड़ से ज्यादा लोगों को कवर करती है। वहीं, कंपनी ने सोमवार को बयान दिया कि उन्हें किसी भी तरह के फ्रॉड या डेटा चोरी के बारे में जानकारी नहीं थी।
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कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि वे किसी भी तरह की दिक्कत से बचने के लिए अपने सभी ग्राहकों को क्रेडिट मॉनिटरिंग और आईडेंटिटी थेफ्ट इंश्योरेंस भी देते थे। एंथम अपने सभी ग्राहकों की जानकारी की सुरक्षा के प्रति गंभीर है।
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कंपनी का कहना है किहम इस मामले में सरकार के साथ मिलकर समाधान ढूंढ रहे हैं।2015 की शुरुआत में एंथम को डेटा चोरी की जानकारी मिली थी, लेकिन हैकर्स कई हफ्तों से कंपनी के सर्वर में सेंध लगा रहे थे।