2024 के लोकसभा चुनावों में एकम् सनातन भारत दल उतरेगा अपने उम्मीदवार
अपने सात सूत्रीय संकल्प के साथ पार्टी ने पैरवी की नये राम राज्य की
चंडीगढ़ 23 जनवरी 2024ः इस वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में एकम सनातन भारत दल ने भी अपनी कमर कस ली है जिसके चलते नवगठित पार्टी अपने उम्मीदवार उतार कर मतदाताओं को अपना नेता चुनने का विकल्प प्रदान करेगा। मंगलवार को चंडीगढ़ प्रेस कल्ब में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जोगिन्द्र सिंह. ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि इस बार सनातन संस्कृति की रक्षा और संपूर्ण विकास की सोच के साथ कांग्रेस और बीजेपी का विकल्प ‘एकम् सनातन भारत दल’ राष्ट्रीय राजनैतिक पार्टी उभरकर 2024 के चुनावों में आ रही है।
जोगिन्द्र सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अकुर शर्मा का परिचय देते हुए बताया कि पार्टी साझे नेतृत्व में विकास की दिशा में ले जाने के लिये हर समाज को एकत्रित कर हरियाणा के सम्पूर्ण विकास के लिए वचनबद्ध है। और इस वायदे के साथ पाटी इन चुनावों में हरियाणा से लोकसभा की सभी दस सीटों पर विधानसभा की सभी 90 सीटों पर चुनावों के लिये न केवल तैयार है बल्कि चुनावों भी लडेगी। पार्टी जल्द ही सभी सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर देगी।
उन्होंने बताया कि पार्टी अपने सात सूत्रीय संकल्प के साथ चुनावों में उतरेगी। सर्वप्रथम पार्टी संविधान में संशोधन कर भारत की राजसत्ता को संवैधानिक तौर पर बाध्य करेगा कि भारत को सनातन बाहुल्य चरित्र सदा के लिये सुनिश्चित और संरक्षित करे। पार्टी इस हित में भी है कि संविधान में संशोधन कर केवल पांच फीसदी से कम जनसंख्या वाले समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया जाये। साथ ही भारत को विश्व के सभी सनातन धर्मियों का नैसार्गिक राष्ट्र घोषित कर उनके लिए नागरिकता का मार्ग खोला जाये। पार्टी का संकल्प है कि मंदिरों और मठो को सरकारी नियंत्रण से दूर किया जाये। पार्टी इस बात के लिये भी वचनबद्ध है कि समस्त हिमालयी राज्यों का सनातनी स्वरूप कायम रखा जाए तथा जम्मू और कश्मीर का पुनर्गठन कर उसे दो केन्द्र शासित प्रदेशों में बांटकर हिन्दू बाहुल जम्मू संभाग को स्वतंत्र बनाया जाये। पार्टी का संकल्प देश को राम राज्य के रूप स्थापित कर गौ हत्या पर सम्पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए जबकि गंगा और रामसेतु को राष्ट्रीय धरोहर साबित किया जाये। पार्टी वक्फ एक्ट, प्लेसिस ऑफ वर्शिप एक्ट और सच्चर कमेटी के क्रियान्वयन को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की पैरवी करती है। उन्होंने बताया कि वे लव जिहाद और धर्म परिवर्तन की खिलाफत करते हैं। सनातन संस्कृति को हानि पहुंचाने वाले कानूनों को निरस्त करने का पक्ष रखते हैं। पार्टी अपने अंतिम संकल्प में भारतीय सेना के परम्परागत ढांचे को कायम रखने और सेना तथा पुलिस का सशक्तिकरण व आधुनिकीकरण करने पर बल के साथ साथ सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारजनों को उचित सम्मान दिये जाने का पक्ष रखती है।
इस दौरान पार्टी के हरियाणा प्रभारी राजेश शर्मा, महासचिव (प्रशासन) राजीव त्यागी, महासचिव (राजनीति) पुनीत सांगवान, सोशल मीडिया व अनुशासन समिति के प्रमुख मयंक शर्मा, हरियाणा उपाध्यक्ष महावीर सिंह और पंचायत व गोत्र प्रमुख सतपाल आदि शामिल हुये।