कुलदीप वर्मा : हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बने तीन वर्ष पुरे हो चुके हैं और सरकार का स्वयं का स्लोगन है,” तीन साल बेमिशाल” यह तो हुई अपने मुंह मिया मिट्ठू बनना वाली कहावत , असल तब लगता है जब जनता भी यही सोचे या कहे। विपक्ष कभी सत्ताधारी पार्टी की सरकार द्वारा किये गए कामों से कभी सन्तुष्ठ नहीं होता ख़ुशी जाहिर करने की बात तो बहुत दूर की होती है। आम जन की बात करे तो सरकार पिछले 3 वर्ष के कामो को जनता तक पहुंचाने में ज्यादा सफल नहीं रही।
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के तीन वर्ष पुरे होने पर जब लोगों से खटटर सरकार द्वारा बनाई गई योजनाओ और सरकार की उपलब्द्धियों बारे बात की गई तो आमजन की मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आई। कम पढ़े लिखे लोगो से जब बात की गई तो उन्हें सरकार द्वारा लोक कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी ही नहीं है अनपढ़ महिलाएं तो सरकार की कल्याणकारी योजनाओ के ज्ञान से कोसों दूर है उन्हें तो बस 100 – 100 गज के प्लाट मिलने की जानकारी है उसके बारे में भी कहती हैं की कभी आधार कार्ड बनवाने कभी फ़ार्म खरीदने में पैसे खर्च हो गए प्लाट फिर भी नहीं मिले। वंही शहर में खड्डी उद्योग से जुड़े मजदूरों को भी अपने काम से मिलने वाली मजदूरी के इलावा किसी योजना की जानकारी नहीं है यानी निचले रूट तक सरकार अपने कार्यक्रमों की जानकारी पहुंचाने असफल हैं।
सरकार के लिए संतोषजनक बात पढ़े लिखे व्यक्ति जरूर संतुष्ट नजर आये जो सरकारी दफ्तरों में कीसी काम से जाते हैं उनका कहना है पहली बार ईमानदार सरकार आई है कर्मचारी अदब से पेश आते हैं बुजर्गो व् सीनियर सिटीजन का सम्मान करते हैं। काम में ट्रांसपरेंसी हैं अब ज्यादा धक्के नहीं खाने पड़ते अधिकारी सुनते हैं।
व्यापार व् कारोबार से जुड़े व्यापारियों की मिलीजुली प्रतिक्रिया है उनका कहना है की लोगो सरकारी नौकरियां तो मेरिट पर मिलने की आस जगी है लेकिन व्यापार घटता जा रहा है नोटबंदी बेशक अच्छा कदम था लेकिन जीएसटी लागू होने के कारण , व्यापारी परेशान हैं आने समय में लोगो के अनुसार चलना चाहिए तभी सरकार को कुछ मेरिट मिल सकेगी अभी के तीन साल में कोई बड़ा काम सरकार ने नहीं किया है बशर्ते 3 घटनाओं शिवाय।