
- चिकित्सक दे रहे माेबाइल या फिर लैपटाॅप पर काम करते समय सावधानी बरतने की सलाह
दैनिक भास्कर
May 29, 2020, 10:40 AM IST
हिसार. लाॅकडाउन में ऑनलाइन पढ़ाई का साइड इफैक्ट बच्चाें पर पड़ने लगा है। घंटाें माेबाइल और लैपटाॅप देखने से बच्चे कई बीमारियाें से ग्रसित हाेते जा रहे हैं। वे आंखों की बीमारी के साथ सिरदर्द, गले के पीछे दर्द, आंखों में सूजन, आंखों का लाल हाेना, रीढ़ में दर्द से पीड़ित हाे रहे हैं। डाॅक्टर इस बीमारी काे कंप्यूटर विजन सिंड्रोम नाम दे रहे हैं। रेलवे अस्पताल के डाॅ. धीरज कुमार कहते हैं कि आए दिन बच्चे कंप्यूटर विजन सिंड्राेम से ग्रस्त हाेकर पहुंच रहे हैं। अस्पताल में दस से अधिक मामले पहुंच चुके हैं। चिकित्सक सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।
रेलवे अस्पताल में पहुंचे मामलों की बानगी
केस-एक : हिसार की रेलवे काॅलाेनी का कक्षा सात में पढ़ने वाला एक छात्र चिकित्सक के पास पहुंचा। बताया कि लैपटाॅप पर लगातार काम करने के कारण उसकी आंखों व गर्दन में दर्द रहने लगा है। वह चिड़चिड़ा भी रहता है। डाक्टर ने कंप्यूटर विजन सिड्राेम की शिकायत बताई।
केस-दो : रेलवे काॅलाेनी निवासी कक्षा 8 में पढ़ने वाले एक अन्य स्टूडेंट ने अस्पताल में पहुंचकर चिकित्सक काे बताया कि वह ऑनलाइन ही लैपटाॅप पर पढ़ाई करता है। पिछले दस दिन से गर्दन में दर्द है। साथ ही आंखों में भी दर्द रहने लगा है। सिर दर्द की भी शिकायत रहती है।
केस-तीन : ऋषि नगर में रहने वाला कक्षा 6 का छात्र अपने पिता के साथ अस्पताल पहुंचा। बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई के दाैरान उसकी आंखों में जलन रहने लगी है। साथ ही गर्दन में भी दर्द रहता है।
जानिए….. क्या है कंप्यूटर विजन सिंड्राेम
डाॅ. धीरज कुमार के अनुसार कंप्यूटर विजन सिंड्रोम में यंगस्टर्स को आंखों में ड्राईनेस की समस्या होती है। ऐसा स्क्रीन पर अधिक वक्त बिताने की वजह से होता है। आंखों में ड्राईनेस की मुख्य वजह कंप्यूटर और मोबाइल पर बहुत अधिक समय बिताना और इन पर काम करने के दौरान पलकें कम झपकाना होती हैं। कंप्यूटर विजन सिंड्रोम काे डिजिटल आई स्ट्रेन के रूप में भी जाना जाता है।
यह बरतें सावधानी
- कंप्यूटर स्क्रीन पर एंटी ग्लेयर चश्मे का इस्तेमाल करें।
- सही सिचुएशन में बैठें और नियमित गर्दन और पीठ का व्यायाम करें।
- लैपटाॅप और माेबाइल का रिजाेल्यूशन और लाइट कम कर रखें।
- लगातार माेबाइल फोन, कंप्यूटर स्क्रीन और लैपटाॅप न देखें।
- प्रत्येक आधा मिनट में माेबाइल या लैपटाॅप से ध्यान हटाकर किसी दूसरे स्थान पर देखें।
- आंखों में टीयर सबस्टीट्यूट ड्राॅप का प्रयाेग करें।
- माेबाइल का फांट बड़ा करके पढ़ें।
- हर पांच सेकेंड में पहल काे झपकाने का प्रयास करें।
– जैसा कि रेलवे अस्पताल के डाॅ. धीरज कुमार ने बताया।