विभाग के आंकड़ों अनुसार डेंगू के 13 4 केश पॉजिटिव ,
लेकिन अभी तक कोई मरीज नहीं पहुंचा सरकारी हॉस्पिटल ,निजी हॉस्पिटलों में
मरीजों की भरमार ,आई सी यू में बेड की कमी।
लेकिन अभी तक कोई मरीज नहीं पहुंचा सरकारी हॉस्पिटल ,निजी हॉस्पिटलों में
मरीजों की भरमार ,आई सी यू में बेड की कमी।
पानीपत :कुलदीप वर्मा की रिपोर्ट -गुड़गांव और करनाल के बाद अब पानीपत में डेंगू फैलने की खबर से
पानीपत वासियो में खौफ , स्वास्थ्य विभाग ने खुद डेंगू के केस बढ़कर 134 केश डेंगू के पॉजिटिव बताये ,और मरीज संदिघ्ध आने की बात स्वीकारी ,निजी डॉक्टर प्लेटलेट कम होते ही प्राइवेट हॉस्पिटल में मरीज को दिखाते है डेंगू का डर ,दवा के साथ डॉक्टरों द्वारा मरीजों को बकरी का दूध पिन की सलाह की सुचना पाकर बकरी पालको ने भी मरीजों का शोषण किया शुरू ,दूध
के रेट 40 रूपए से पहुंचे 1200 ,बकरी पालको के अनुसार बकरी के दूध की
लगातार प्रदेश और साथ लगते राज्यों में माँग के चलते नहीं मिलता दूध ,
निजी हॉस्पिटलों में बुखार के बाद जाँच करवाने
पहुचने पर लोगो को डेंगू की शिकायत होने के नाम पर लूट जोरो से चल रही
है ,निजी हस्पताल भरे पड़े है मरीजों से, और सरकारी हॉस्पिटल में नही है
डेंगू के नाम पर एक भी मरीज ,जंहा पानीपत के सामान्य हस्पताल में नहीं
है एक भी मरीज वंही निजी हस्पताल के आई सी यू में बेड़ो की कमी।
सरकारी हॉस्पिटलों पर नही रहा लोगो को भरोसा निजी हॉस्पिटलों की चपेट में मरीज लूटने को मजबूर है , मरीजों के मुताबिक सरकारी अस्पताल में खून से लेकर डाक्टरों की कमी है इसलिए निजी अस्पताल में इलाज कराना पड़ रहा है. उन्होंने कहा की अगर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराते तो जान चली जाती क्योंकि देखरेख से लेकर इलाज की सुविधा नहीं है.लोगो का कहना है की मच्छरों की भरमार है. कुल मिलाकर स्वास्थ्य विभाग भले ही मलेरिया, डेंगू, डायरिया जैसे बुखार से निपटने के भले ही कागजी दावे करे लेकिन पानीपत जिले के डेंगू के लगातार निजी संचालको ने कबूला की हर रोज आ रहे डेंगू के करीब 30 मरीज
मामले को लेकर जब निजी हॉस्पिटल संचालको
से बात की गयी तो उन्होंने बताया की उनकी ओ पी डी में 25 प्रतिशत मरीज
डेंगू के है ,जंहा पानीपत में संचालित निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर का
कहना है कि जिस प्रकार से उनकी लेब में हर 10 में से 4 मरीज डेंगू के आने
की बात उन्होंने कही न कही स्वास्थ्य विभाग की कमजोरी करार दिया ,वंही जब इस
मामले में जिला सिविल सर्जन संतलाल से बात की गयी तो उनका
कहना है था की उनके पास अभी तक 134 लोगो के डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है , उन्होंने लोगो से अपील की है की लोग अपना इलाज प्राइवेट
हॉस्पिटलों में न करवाकर सामान्य हस्पताल में करवाये ,और उन्होंने किसी
भी प्राइवेट डॉक्टर से इलाज न करवाने की सलाह दी ,लेकिन इलाज के साथ
डॉक्टरों ने मरीजों को बकरी का दूध पिने की सलाह दी जा रही है , लेकिन अब
पानीपत में मरीजों को दवा के रूप में बकरी का दूध भी 1200 रूपए के भाव
से बात की गयी तो उन्होंने बताया की उनकी ओ पी डी में 25 प्रतिशत मरीज
डेंगू के है ,जंहा पानीपत में संचालित निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर का
कहना है कि जिस प्रकार से उनकी लेब में हर 10 में से 4 मरीज डेंगू के आने
की बात उन्होंने कही न कही स्वास्थ्य विभाग की कमजोरी करार दिया ,वंही जब इस
मामले में जिला सिविल सर्जन संतलाल से बात की गयी तो उनका
कहना है था की उनके पास अभी तक 134 लोगो के डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है , उन्होंने लोगो से अपील की है की लोग अपना इलाज प्राइवेट
हॉस्पिटलों में न करवाकर सामान्य हस्पताल में करवाये ,और उन्होंने किसी
भी प्राइवेट डॉक्टर से इलाज न करवाने की सलाह दी ,लेकिन इलाज के साथ
डॉक्टरों ने मरीजों को बकरी का दूध पिने की सलाह दी जा रही है , लेकिन अब
पानीपत में मरीजों को दवा के रूप में बकरी का दूध भी 1200 रूपए के भाव