
- एमपी में कांग्रेस सरकार बचाने में जुटी, भाजपा बनाने के लिए लगा रही जुगत
- दो साल से राजनीतिक अखाड़ा बना नूंह का होटल, यहीं हुआ कर्नाटक का नाटक
Dainik Bhaskar
Mar 12, 2020, 09:35 AM IST
नूंह. राजधानी दिल्ली से 50 किलोमीटर दूर नूंह के तावडू खंड के गांव सराय में करीब 300 एकड़ में बने आईटीसी ग्रैंड होटल में मध्यप्रदेश भाजपा के 106 विधायक ठहराए गए हैं। पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय मोर्चा संभाले हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल और अनिल जैन वार्ता करके बुधवार देर शाम लौट गए। पिछले 2 सालों से यह होटल राजनीतिक अखाड़े के रूप में ज्यादा सुर्खियां बटोर रहा है। कर्नाटक की सरकार को गिराने का नाटक भी इसी होटल में रचा गया। अब मध्यप्रदेश की सरकार गिराने के लिए भी भाजपा ने इसी स्थान का इस्तेमाल कर रही है। भाजपा के विधायक यहां पर मंगलवार रात से ठहरे हुए हैं। सप्ताहभर पहले गत 4 मार्च को भाजपा के कुछ नेता सपा बसपा कांग्रेस के 11 विधायकों के साथ यहां पर ठहरे थे, लेकिन उस समय कांग्रेस के नेताओं खासकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह व उनकी सरकार के दो मंत्रियों की सक्रियता से मध्य प्रदेश सरकार गिरने से बाल-बाल बच गई थी, लेकिन इस बार ज्योतिरादित्य सिंधिया को साथ लाने में कामयाब हुई भाजपा के हौसले बुलंद हैं।
भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के साथ भाजपा के आला नेताओं की मैराथन बैठकों का दौर जारी है। आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में भाजपा के चार बड़े नेताओं ने विधायकों से मुलाकात की थी। इसके बाद 3 बड़े नेता होटल से वापस दिल्ली की तरफ रवाना हो चुके हैं। होटल से बाहर आने वालों में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल के अलावा हरियाणा मामलों के प्रभारी महासचिव अनिल जैन शामिल हैं। अभी भी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अंदर विधायकों के साथ मौजूद हैं।
सरकार गिराने के लिए बैठकों का दौर जारी
कुल मिलाकर मध्य प्रदेश की सरकार गिराने के लिए होटल में भाजपा के नेताओं की बैठकों का दौर चल रहा है। देर रात मध्य प्रदेश के 106 विधायक इस होटल के लिए रवाना हुए थे। मंगलवार रात से इसी होटल में ठहरे हैं। वहीं कांग्रेस के सभी विधायक जयपुर में ठहरे हैं। कांग्रेस सरकार बचाने की कवायद में जुटी है तो भारतीय जनता पार्टी किसी भी हद तक सरकार बनाने के लिए संघर्ष कर रही है। अगर बात ज्योतिरादित्य सिंधिया की करें तो वह भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम चुके हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शाम 6 बजे दिल्ली में आपातकाल बैठक की। इसमें कांग्रेस के दिग्गज नेता भाग ले रहे हैं। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश से लेकर दिल्ली और आईटीसी ग्रैंड होटल तक बैठकों में जुटी है। मध्य प्रदेश की सरकार गिराने के साथ राज्य में तीन राज्यसभा सीटों का चुनाव भी नजदीक है, जिसके लिए भी लगातार विधायकों के साथ रणनीति बनाई जा रही है।
विधायकों को होटल में किया नजरबंद, किसी से नहीं हो रहा संपर्क
ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस के 22 विधायकों का इस्तीफा मंजूर हुआ तो सदन में बहुमत का आंकड़ा 104 होगा, जबकि भाजपा के पास 107 विधायक हैं। इस तरह से मध्यप्रदेश विधानसभा में फिलहाल भाजपा मजबूत स्थिति में है। ऐसे में भाजपा के लिए सभी विधायकों को संभाले रखना प्राथमिकता है। किसी तरह के तोड़-फोड़ से बचाव के लिए भाजपा के 106 विधायकों को तावडू के आईटीसी होटल में ठहराया गया है। होटल के 70 से अधिक कमरे भाजपा ने पहले ही बुक करा रखे हैं। लगभग पूरे होटल पर भाजपा का ही कब्जा है। होटल के गेट केवल हाईकमान के आदेश पर ही खुलता है। होटल में सभी भाजपा नेताओं की हालत नजरबंद जैसी है। विधायकों को धूमने-फिरने की आजादी नहीं है। उन्हें होटल से बाहर निकलना तो दूर, बाहर झांकने तक की छूट नहीं है। सभी को होटल के भीतर ही सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। होटल के चारों तरफ गार्ड चक्कर लगा रहे हैं। हालांकि, भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हम यहां छुट्टियां मनाने के लिए आए हैं और हम फेस्टिव मूड में हैं। उन्होंने कहा कि अभी ज्यादा कुछ बताना सही नहीं है।