वॉशिंगटन/लंदन. अमेरिकन पुलिस और ब्रिटेन की स्कॉटलैंड यार्डपुलिस का कहना है कि भारतीय मूल के लोग अपने रीति-रिवाजों की वजह से गहने ज्यादा पहनते हैं। ऐसे में चोर उन्हें ही ज्यादा निशाना बना रहे हैं। अमेरिकीपुलिस ने यह बयान देशमें भारतीयों के साथलगातार हो रहीं वारदात को लेकर दिया। वहीं, ब्रिटेन की स्कॉटलैंड यार्ड नेआगामीनवरात्र और दिवाली को देखते हुए भारतीयों को हिदायत दी।
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पुलिस ने कहा कि ज्वैलरी चोरी का ताजा मामला नोरवॉक सिटी में सामने आया, जहां चोरों ने भारतीय मूल के परिवार से 20 हजार डॉलर (14.72 लाख रुपए) के आभूषण छीन लिए। पुलिस अधिकारियों ने वारदात का एक वीडियो भी जारी किया है।
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सार्जेंट सेठ फ्राई ने बताया कि चोरों ने वारदात को अंजाम देने के लिए जिस वैन का इस्तेमाल किया था, उसे शहर के बाहर से बरामद किया गया। चोरों ने गाड़ी की लाइसेंस प्लेट हटा रखी थी। साथ ही, फिंगरप्रिंट भी साफ कर दिए थे।
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जांच अधिकारियों के मुताबिक, पूरे देश में हो रही वारदात में एक ही गैंग के शामिल होने का अनुमान है। पुलिस को अंदेशा है कि यह गैंग सिर्फ भारतीय मूल के लोगों को निशाना बना रहा है।
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अधिकारियों का कहना है कि यह गैंग प्लानिंग से काम कर रहा है। अनुमान है कि वे बार-बार जगह बदलकर एक जैसी वारदात कर रहे हैं।
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पुलिस को आशंका है कि इस ग्रुप में शामिल चोर भारतीय मूल के व्यापारियों और ज्वैलरी पसंद करने वालों को टारगेट करने के लिए उनका ऑनलाइन रिकॉर्ड चेक करते हैं।
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ब्रिटेन में स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने भारतीयों को इसी तरह की हिदायत दी है। पुलिस ने कहा है कि भारतीयों को नवरात्र और दिवाली को देखते हुए अपने सोने के अाभूषणों की रक्षा करनी चाहिए।पुलिस ने एक वीडियाे भी जारी किया, जिसमें भारतीय मूल के एक दंपती के घर से सोने के अाभूषणों की लूट होती दिख रही है।
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पुलिस ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में लंदन में दक्षिण एशियाई मूल के लोगों के साथ लूट की 1,891 वारदात हुई। इस दौरान 6,369 आभूषण लूटे गए। इनका मूल्य 90 लाख पाउंड यानी करीब 87 करोड़ रुपए था।