नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मुंबई हमले की 10वीं बरसी पर देर रात ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- मुंबई आतंकवादी हमले की 10वीं बरसी पर, न्याय केलिए अमेरिका भारत के लोगों के साथ खड़ा है। हमआतंकवाद को कभी जीतने नहीं देंगे।इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने मुंबई हमले में शामिल किसी भी व्यक्ति की जानकारी देने पर 50 लाख डॉलर (करीब 35 करोड़ रुपए) के इनाम का एेलान किया।
On the ten-year anniversary of the Mumbai terror attack, the U.S. stands with the people of India in their quest for justice. The attack killed 166 innocents, including six Americans. We will never let terrorists win, or even come close to winning!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 26, 2018
पोम्पियो ने कहा, ‘‘हम हमले में मारे गए छह अमेरिकियों समेत सभी पीड़ितों के परिवारों और दोस्तों के साथ खड़े हैं। 26/11 की बर्बरता ने पूरी दुनिया को अचंभित करदिया था।’’ उन्होंनेकहा कि अमेरिका इस बर्बरता के जिम्मेदार आतंकियों के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के दायित्वों को लागू करने के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत करेगा।
‘आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाए पाक’
पोम्पियो ने कहा, ‘‘पाकिस्तान से कहा जाएगा कि वह अमानवीय हमले के लिए जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा और दूसरे आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाए। पीड़ित परिवारों के लिए यह बेहद दुख की बात है कि हमले की साजिश में शामिल लोगों के खिलाफ 10 साल बाद भी कार्रवाई नहीं हो पाई।’’
भारत ने अमेरिका के बयान का स्वागत किया
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अमेरिका के उस बयान का स्वागत किया है, जिसमें उसने पाकिस्तान से आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा। साथ ही हमले से जुड़े लोगों की सूचना देने वालों को अमेरिका 35.5 करोड़ रुपए (50 लाख डॉलर) तक का इनाम देने का ऐलान किया है।
EAM @SushmaSwaraj : I welcome the statement made by US Secretary of State @SecPompeo on the 10th anniversary of #MumbaiTerrorAttacks calling upon Pakistan to bring to justice perpetrators of the attack. pic.twitter.com/dNrnlXmGXp
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) November 26, 2018
मुंबई हमले में 6 अमेरिकी समेत 166 लोगों की मौत
26 नवंबर 2008 को 10 आतंकी कराची से समुद्र के रास्ते मुंबई पहुंचे थे। उन्होंने छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, ताज होटल, ट्राइडेंट होटल और यहूदी केंद्र पर हमला किया था। इसमें 166 लोग मारे गए थे। इनमें 28 विदेशी नागरिक भी शामिल थे। करीब 60 घंटे मुठभेड़ चली थी। एक आतंकी कसाब को जिंदा पकड़ा गया था।
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