नई दिल्ली. केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने पहली बार बैंक धोखाधड़ी के टॉप 100 मामलों की रिपोर्ट प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), सीबीआई और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को सौंपी। इस रिपोर्ट में ज्वेलरी और एविएशन सेक्टर से जुड़े मामले भी शामिल हैं।
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सतर्कता आयुक्त टीएम भसीन ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस विश्लेषण का फोकस जालसाजी की रकम, उसके तरीके, खामियों, व्यवस्था में सुधार के पहलुओं पर था। ये मामले ज्वेलरी, मैन्युफैक्चरिंग, मीडिया, एविएशन समेत 13 क्षेत्रों से जुड़े हुए हैं और इन्हें गोपनीय रखा गया है।
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भसीन ने कहा कि इन सभी मामलों का पूरी तरह विश्लेषण किया गया और इसके बाद कई खामियां और गलतियां सामने आईं हैं। विश्लेषण के आधार पर व्यवस्था में सुधार करने के लिए कई सुझाव भी दिए गए हैं। ये सुझाव वित्तीय मामलों के विभाग, आरबीआई, ईडी और सीबीआई को भी भेजे गए हैं, ताकि खामियों को दूर किया जा सके।
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रिपोर्ट में तय प्रक्रिया को मजबूत करने, निगरानी तंत्र को पुख्ता करने और कारोबार की गुणवत्ता को परखने के लिए कार्यालयों की भूमिका को उजागर करने की बात कही गई। विश्लेषण सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से किया गया है, ताकि भविष्य में इस तरह की जालसाजियों को रोका जा सके।
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भसीन ने कहा कि आरबीआई ने कहा है कि आयोग से मिली जानकारी बेहद कारगर है और इसका इस्तेमाल व्यवस्था को मजबूत और जोखिम को कम करने में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सर्वसम्मति से फ्रॉड के इन मामलों में खाताधारकों या संस्थानों के नाम नहीं जाहिर किए गए हैं।