न्यूयॉर्क. अलास्का के उतकियागविक शहर के लोग दो महीने तक सूर्य नहीं देख पाएंगे। यहां रविवार को इस सीजन का अंतिम सूर्यास्त हुआ। अब शहर में 23 जनवरी को स्थानीय समयानुसार दोपहर एक बजे सूर्योदय होगा। सरकार ने आधिकारिक रूप से 65 दिन तक अंधेरा रहने की घोषणा कर दी है। यहां के नागरिकों ने हाल ही में शहर पर बनी एक फिल्म देखकर अंधेरा होने का जश्न मनाया।
उत्तरी ध्रुव की तरफ आगे बढ़ते हुए सर्दियों में कुछ जगहों पर दिन इतने छोटे होते हैं कि वहां रोशनी नहीं होती। आर्कटिक में पड़ने वाले उतकियागविक में भी यही आलम रहता है। यहां सर्दियों में दिन में भी अंधेरा रहता है, क्योंकि आर्कटिक सर्किल के ऊंचाई पर स्थित होने की वजह से सूरज यहां क्षितिज से ऊपर ही नहीं आ पाता। इस स्थिति को ‘पोलर नाइट्स’ कहा जाता है।
माइनस 20 डिग्री तक चला जाता है तापमान
4 हजार की आबादी वाली उतकियागविक में सूरज और रोशनी के बिना मौसम काफी ठंडा रहता है। कई बार यहां तापमान माइनस में 10 से 20 डिग्री तक नीचे चला जाता है। दो महीने के अंधेरे में शहर का औसत तापमान भी माइनस 5 डिग्री से नीचे ही रहता है।
अंधेरे के बावजूद लोगों ने मनाया जश्न
अंधेरे का जश्न मनाने के लिए शहर के कई लोग आखिरी बार डूबता सूर्य देखने साथ इकट्ठा हुए। इस मौके पर यहां रहने वाली कर्स्टन ने एक फोटो भी पोस्ट की। स्थानीय समयानुसार दोपहर 1:44 पर सूर्यास्त हुआ। इस दौरान सभी ने साथ में शहर पर बनी एक काल्पनिक हॉरर फिल्म ‘30 डेज अ नाइट’ देखी। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे अंधेरा होने के बाद शहर पर वैम्पायर हमला कर देते हैं और सभी को मार देते हैं।” इस मौके पर इंस्टाग्राम की चर्चित पर्सनैलिटी ओलिविया कैनेडी ने शहर के आखिरी सूर्यास्त की एक फोटो भी पोस्ट की।
रूस, स्वीडन और फिनलैंड के शहरों में भी पोलर नाइट्स
पोलर नाइट्स की स्थिति अमेरिका में अलास्का के अलावा रूस, स्वीडन, फिनलैंड, ग्रीस और कनाडा के कुछ शहरों में भी पैदा होती है। कनाडा के ग्रीस फिओर्ड में 100 दिन तक अंधेरे की स्थिति बनी रहती है। आखिरी बार वहां लोगों ने अक्टूबर के अंत में सूरज देखा था। 19 फरवरी 2019 को वहां दोबारा सूर्योदय होगा।
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