A session on Entrepreneurship and Creative Thinking organised at Post Graduate Government College, Sector- 46, Chandigarh
चंडीगढ़ के सेक्टर-46 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज के ललित कला विभाग और प्लेसमेंट सेल द्वारा दिशा फॉर इंडिया फाउंडेशन और एजुकेशनल ट्रस्ट पंजाब के सहयोग से उद्यमिता और रचनात्मक सोच पर एक सत्र का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ आभा सुदर्शन ने अतिथि सुश्री इंदु अग्रवाल का स्वागत किया। डॉ सुदर्शन ने अपने संबोधन में छात्रों को इस तरह की कार्यशालाओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
सुश्री इंदु अग्रवाल ने उद्यमिता और रचनात्मक सोच पर अपना भाषण दिया। सुश्री अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि वैश्वीकरण और उदारीकरण के वर्तमान परिदृश्य और नौकरी चाहने वालों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा को देखते हुए और अधिक उद्यमों की स्थापना करने की आवश्यकता है। सुश्री अग्रवाल ने वित्तीय साक्षरता के बारे में भी बात की और इस बात पर जोर दिया कि एक उद्यमी के पास कराधान लाभ है क्योंकि लाभ वेतन से बेहतर हो सकता है। उन्होंने कहा कि एक उद्यम का निर्माण करके कोई भी एक विरासत छोड़ सकता है। उन्होंने एक उद्यमी के लिए कौशल सेट और मानसिकता को विकसित करने और बढ़ाने के तरीके पर सुझाव भी साझा किए। उन्होंने आंकड़े साझा किए कि एक उद्यमी के लिए भारत में व्यवसाय स्थापित करना एक बड़ा लाभ क्यों है। उन्होंने एक उद्यम के निर्माण में रचनात्मकता की भूमिका पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा एक स्पष्ट मन रचनात्मक सोच की नींव है इसलिए किसी के दिमाग पर काम करने की आवश्यकता है।
डॉ. राजेश कुमार (डीन), डॉ सिमी अरोड़ा (वाइस प्रिंसिपल), डॉ बलजीत सिंह, डॉ मुकेश चौहान, सुश्री पूजा सरीन ने भी इस अवसर में भाग लिया।