शंघाई. इलेक्ट्रिक कार कंपनी नियो की सीईओ (यूएसए) और ग्लोबल चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर पद्मश्री वॉरियर (57) 17 दिसंबर को इस्तीफा देंगी। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि निजी वजहों से वॉरियर ने पद छोड़ने का फैसला लिया। उन्होंने साल 2015 में नियो कंपनी ज्वॉइन की थी। वॉरियर भारतीय मूल की हैं। आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में साल 1961 में उनका जन्म हुआ था।
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नियो चीन की कंपनी है जो इलेक्ट्रिक कार बनाती है। यह अमेरिकी कार कंपनी टेस्ला की प्रमुख प्रतिद्वंदी है। पद्मश्री वॉरियर साल 2015 में नियो से जुड़ी थीं। इससे पहले वो 7 साल तक अमेरिकी टेक कंपनी सिस्को सिस्टम्स में चीफ टेक्नोलॉजी एंज स्ट्रैटजी ऑफिसर जैसे अहम पदों पर रहीं। सिस्को से पहले वो 15 साल तक मोबाइल फोन कंपनी मोटोरोला में थीं।
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वॉरियर ने 1982 में आईआईटी दिल्ली से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से 1984 में केमिकल इंजीनियरिंग में ही मास्टर्स डिग्री ली। इसके बाद मोटोरोला कंपनी से करियर की शुरुआत की थी।
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न्यू एनर्जी व्हीकल के मामले में चीन दुनिया का सबसे बड़ा और तेजी से बढ़ता बाजार है। इस साल अक्टूबर तक वहां बैट्री कार समेत दूसरे न्यू एनर्जी व्हीकल की बिक्री 8.6 लाख यूनिट रही। यह पिछले साल की तुलना में 75.6% ज्यादा है।
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चीन के इलेक्ट्रिक व्हीकल बाजार में कंपीटीशन भी बढ़ रहा है। अमेरिकी कंपनी टेस्ला भी शंघाई में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बना रही है। ताकि, चीन में कारोबार फैला सके और कम कीमतों पर वाहन बेच सके।