- पंजाब में साइक्लोनिक एरिया एक्टिव, एक सप्ताह तक आंधी, बूंदाबांदी होने के आसार
दैनिक भास्कर
Jun 07, 2020, 08:48 AM IST
जालंधर. सुबह दो घंटे की भरपूर बारिश और इसके बाद एक घंटा पॉकेट रेन ने गर्मी से राहत दी है। बारिश से टेंपरेचर सुबह 8 बजे गिरकर 21 पर आ गया। जबकि दिन में दोपहर 2:30 बजे तक 27 डिग्री पर रहा। शाम होते-होते 29 डिग्री टेंपरेचर छूने के बाद दोबारा गिरावट दर्ज की गई है।
रात को घरों में औसतन 26 पर एसी चलता है लेकिन रात का कुदरती टेंपरेचर ही 24 पर आ गया। शहर के बाहरी इलाकों में रात को एसी-कूलर का इस्तेमाल बेहद कम हो गया। पिछले साल के मुकाबले इस साल जून में दिन का टेंपरेचर 15 डिग्री तक कम रहा है जबकि रात का 6 से 8 डिग्री तक कम चल रहा है। तीन बार वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण साइकोलोनिक एरिया बनने से राहत मिली है।
अब 11-12 जून को बारिश का नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इससे पहले आंशिक बादल छाएंगे, टेंपरेचर 40 पर पहुंचेगा। मौसम केंद्र चंडीगढ़ के अनुसार पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश का सिस्टम एक्टिव है, जिसका साइक्लोनिक एरिया पंजाब भी है। जालंधर में पिछले दिनों जून में 14 मिलीमीटर बारिश हुई थी। शनिवार को 17 एमएम पानी बरसा है।
पिछले 15 दिन में सबसे शुद्ध हुई सिटी की हवा
जून का महीना पिछले 5 साल में इस बार सबसे ठंडा है। पिछले साल 2019 में 15 जून तक बारिश नहीं हुई थी और आखिरी हफ्ते की बारिश के बाद ड्राई महीना साबित हुआ था। जबकि पूरे महीने में औसतन टेंपरेचर 46 डिग्री रहा था। इसी तरह 2018 में 27 जून को मानसून आ गया था, लेकिन टेंपरेचर 45 डिग्री से ऊपर ही बना रहा। जबकि 2017 में 10 और 14 जून को बूंदाबांदी हुई लेकिन गर्मी बरकरार थी। साल 2016 में जून महीने में 16 दिन हल्की बूंदाबांदी हुई लेकिन महीने का औसतन टेंपरेचर 40 डिग्री रहा था।
बारिश के बाद जालंधर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 76 पर आ गया। ये 15 दिन में सबसे साफ है। वजह हवा में धूल के कण बरसात के साथ जमीन पर आ जाना है। अभी केवल सल्फर के कंटेंट ही हवा में बचे हैं, जिनमें भी ट्रैफिक होने से गिरावट आई है। खेतों में आग लगाने और खेत तैयार करने के प्रोसेस में उड़ने वाली धूल के कारण हवा खराब है। आम दिनों में दो हफ्ते से एयर क्वालिटी इंडेक्स 125 की औसत पर चल रहा था।