पंचकूला 10 नवंबर- हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री चंद्रमोहन ने बड़ोदा के उपचुनाव में कांग्रेस के एक साधारण से कार्यकर्त्ता ने भारतीय जनता पार्टी के धुरंधर उम्मीदवार योगेश्वर दत्त को 10 हजार से अधिक वोटों से हरा कर सिद्ध कर दिया है कि भाजपा और जेजेपी की गठबंधन सरकार के कुशासन के अन्त की शुरुआत हुई है। कांग्रेस के उम्मीदवार इन्दु राज को जीत की बधाई देते हुए कहा कि इस गठबंधन के लिए सबसे बड़ी शर्मनाक बात यह है कि इस सरकार ने पिछले महीने 26 अक्टूबर को अपनी सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल पूरा किया है। उन्होंने कहा कि लोगों ने गठबंधन सरकार को नकार दिया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस सरकार की अकर्मण्यता और असंवेदनहीनता को लेकर लोगों में जो रोष था ,उस पर लोगों ने बड़ी समझदारी का परिचय देते हुए सरकार को आईना दिखा दिया है। श्री चन्द्र मोहन ने कहा कि मतदाताओं ने मुख्यमंत्री के उस भ्रामक विज्ञापन को भी नकार दिया कि जिसमें मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर -अच्छा बीता पहला साल- को भी पूरी तरह नकार दिया है। इस विजय ने यह भी सिद्ध कर दिया कि किसानों, कमरे और पिछड़े वर्गों और अनुसूचित जाति के लोगों ने एक जूट होकर सरकार के कुशासन के खिलाफ एक जूट होकर मतदान किया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक जूट होकर मेहनत की और सरकार ने जिस प्रकार से सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग किया और मतदाताओं को विभिन्न प्रकार के लालच देकर उनका ईमान खरीदने का प्रयास किया, लेकिन मतदाताओं ने योगेश्वर दत्त को लगातार दूसरी बार हरा कर सिद्ध कर दिया कि कांग्रेस ने अपनी लोकप्रियता कायम रखा और विकास के नारे को धता बता दी है।
उन्होंने कहा कि गठबंधन के लिए सबसे बड़ी शर्म की बात यह है कि कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को इन चुनावों में 60132 वोट मिले हैं। जबकि 2019 में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को 36851 वोट मिले थे, जो इस चुनाव में उससे 23281 वोट अधिक मिलें हैं। उन्होंने कहा कि योगेश्वर दत्त को कुल 50176 वोट मिले हैं। जबकि 2019 में योगेश्वर दत्त को 32214 वोट मिले थे और जजपा के उम्मीदवार को 26972 वोट मिले थे। अगर दोनों पार्टियों के वोट भी मिला दिए जाएं तब भी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को अधिक वोट मिले हैं। कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार इन्दु राज नरवाल 10517 वोटों से विजयी घोषित किए गए हैं।