
भारतीय सेना की 2 जैक राइफल के शौर्य चक्र विजेता शहीद राइफलमैन राजेश्वर सिंह का 26वां श्रद्धांजलि समारोह शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की की अध्यक्षता में शहीद के नाम पर बने सरकारी हाई स्कूल झेला आमदा शकरगढ़ में किया गया। इसमें वीर चक्र विजेता कर्नल तीर्थ सिंह बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद के भाई ठाकुर करोड़ सिंह, खेम सिंह, सुदर्शन सिंह व अजीत सिंह, कांता, संतोष, रूपा व रचना, शहीद लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह, अशोक चक्र के पिता कैप्टन जोगिंदर सिंह, पुलवामा हमले के शहीद कांस्टेबल मनिंदर सिंह के पिता सतपाल अत्री, शहीद की यूनिट के नायब सूबेदार वीर सिंह, हवलदार मदन लाल ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए। कर्नल तीर्थ सिंह ने कहा कि मौत एक अटल सच्चाई है, मगर समाज सेवा, परोपकार व राष्ट्रहित में प्राणों की आहुति देने वाले मरते नहीं, अमर हो जाते हैं। वो रुहें पवित्र होती हैं, जिन्हें वतन पर कुर्बान होने का सौभाग्य प्राप्त होता है तथा शहीद राजेश्वर सिंह जैसे जांबाज सैनिकों के शौर्य व बलिदानों के सदके ही देश की सीमाएं महफूज है।
उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र की बलिदानी मिट्टी को नमन करते हैं, जिसने राष्ट्र की बलिवेदी पर राजेश्वर जैसे कई अन्य रणबांकुरों को कुर्बान किया है। परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने कहा कि आज भारतवर्ष जिस नींव पर खड़ा है, उसकी एक-एक ईंट शहीदों के खून से सनी हुई है तथा देशवासी आजादी की जिस खुली हवा में सांस ले रहे हैं। उस आजादी का कर्ज शहीदों ने अपने बलिदानों से चुकाया है। इस मौके पर शहीद के परिजनों सहित 16 अन्य शहीद परिवारों को शाल व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर सूबेदार शक्ति पठानिया, कैप्टन सोहन लाल, कैप्टन अमरजीत सिंह, रिटा. प्रिंसिपल ठा. जय सिंह, हंसराज, राजेश कुमार, ठा. अजीत सिंह जग्गी, राजिंदर सिंह, नंबरदार युगराज सिंह, अर्जुन सिंह, मदन लाल, तरसेम सिंह, मास्टर शिवलाल, जोगिंदर सिंह, सुरजीत सिंह मौजूद थे।
शहीद राजेश्वर सिंह के परिजनों को सम्मानित करते कर्नल तीर्थ सिंह व अन्य।