Mirror 365 - NEWS THAT MATTERS

Dear Friends, Mirror365 launches new logo animation for its web identity. Please view, LIKE and share. Best Regards www.mirror365.com

Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

महागठबंधन राजनीति: लालू के घर विधायकों की बैठक खत्म, तेजस्वी नहीं देंगे इस्तीफा

0
285

पटना, सनाउल हक़ चंचल-

पटना में राजद की विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है। पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद  यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे। इसके साथ ही लालू यादव ने साफ कहा कि नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव से कभी भी इस्तीफा नहीं मांगा है। वहीं नीतीश कुमार लगातार हमारे संपर्क में हैं।

वहीं नीतीश कुमार दिल्ली से पटना आ चुके हैं और आते ही उन्होंने विधायक दल की बैठक बुलाई है। आज शाम 5 बजे जेडीयू के विधायक दल की बैठक होगी। ये बैठक 28 जुलाई को होने वाली थी, इस दिन मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है। सूत्र बता रहे हैं कि इस बैठक में तेजस्वी यादव पर कोई चर्चा हो सकती है। इस बीच खबर है कि आरजेडी भी विधायक दल की बैठक बुला रही है। आज दोपहर 12 बजे लालू यादव विधायक दल के साथ बैठक कर रहे हैं।

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करेंगे। माना जा रहा है कि इस प्रकरण पर फैसला करने में नीतीश को कुछ वक्त लग सकता है। संभवत: इस मामले में आगे की जांच और न्यायालय के रुख को देखकर कोई फैसला किया जाए।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद इस संबंध में पूछे गए सवालों से बचते हुए नजर आए। नीतीश ने इस बारे में पूछे गए सवालों पर कहा कि इस मामले को छोड़कर कुछ और बात कीजिए।

उन्होंने बार बार पूछे जाने पर कहा कि हमारे प्रवक्ता इस संबंध में जवाब देंगे। नीतीश से पूछा गया कि क्या वे इस मामले में असहज हैं तो उन्होंने कहा कि कहां असहज हैं। गठबंधन को कोई खतरा तो नहीं है इस सवाल को भी नीतीश ने टाल दिया।

सूत्रों ने कहा कि नीतीश कुमार की पिछले दिनों कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात में गठबंधन को बचाए रखने और बिहार व केंद्र की राजनीति को लेकर व्यापक चर्चा हुई थी। तेजस्वी की सफाई से असंतुष्ट नीतीश को यह समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि आने वाले दिनों में भाजपा विरोधी राजनीति में उनकी भूमिका अहम हो सकती है। गठबंधन को बनाए रखकर विपक्षी दलों की एकजुटता को तरजीह देते हुए बीच का रास्ता निकालने का प्रयास हो रहा है।