- दोनों हॉस्टल में कॉमन मेस, 39 वर्कर, 2 वार्डन समेत 214 लोग रह रहे
- फगवाड़ा के एसपी ने कहा यूनिवर्सिटी के बाहर फोर्स तैनात कर दी गई है
दैनिक भास्कर
Apr 12, 2020, 06:48 AM IST
कपूरथला. जिले में शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमित दूसरा मरीज सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हुआ है। आइसोलेशन में भर्ती होने वाली एक युवती नीतू रामा संकर है, जो फगवाड़ा में स्थित लवली प्रोफेश्नल यूनिवर्सिटी में सेकेंड ईयर फिजियोथेरिपी की स्टूडेंट है। लड़की महाराष्ट्र की रहने वाली है। उसकी उम्र 21 साल है। वह यूनिवर्सिटी के भीतर बने अस्पताल में भर्ती थी। उसे खांसी और कफ की शिकायत थी। सिविल सर्जन के मुताबिक यूनिवर्सिटी की ओर से सेहत विभाग को लड़की के बारे में बताया गया। सेहत विभाग की टीम ने शुक्रवार को लवली यूनिवर्सिटी के अस्पताल में उक्त लड़की की सैंपलिंग की। शनिवार शाम उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
सेहत विभाग तुरंत हरकत में आ गया और उसे कपूरथला के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया। वहीं, सेहत विभाग लड़की की ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में जानकारी हासिल करने में जुट गया है। बता दें कि 5 अप्रैल को गांव कोट करार खां में तब्लीगी जमात के युवक अफजल शेख की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसके साथ दिल्ली से आए अन्य 13 लोगों को क्वारेंटाइन कर उनके सैंपल लिए गए थे। अफजल शेख को छोड़कर अन्य सभी के सैंपल निगेटिव आए थे। अकेले गांव कोट करार खां में 21 लोग तब्लीगी जमात से संबंधित थे। जिला प्रशासन ने गांव कोट करार खां के साथ लगने वाले 8 किलोमीटर के घेरे में पड़ने वाले गांवों को सील कर दिया था।
यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रह रही थी छात्रा, 2-3 दिन पहले से खांसी और कफ की थी शिकायत
शनिवार को जिले में कोरोना वायरस का दूसरा मामला देश की प्रख्यात यूनिवर्सिटी लवली प्रोफेश्नल यूनिवर्सिटी से सामने आया है। सिविल सर्जन डॉ. जसमीत कौर के मुताबिक लवली यूनिवर्सिटी प्रबंधकों की ओर से उन्हें सूचना मिली थी कि यूनिवर्सिटी की छात्रा महाराष्ट्र की रहने वाली है। लॉकडाउन के चलते वह अपने शहर नहीं जा सकी। उक्त लड़की हॉस्टल में ही रह रही थी। दो तीन पहले उसे खांसी और कफ की शिकायत थी। लवली यूनिवर्सिटी के भीतर बने अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। जब सेहत में सुधार नहीं हुआ तो अस्पताल की टीम ने प्रबंधकों को जानकारी दी। सेहत विभाग की टीम ने यूनिवर्सिटी में लड़की का एक्स-रे किया। एक्स-रे रिपोर्ट आने के बाद मामला थोड़ा संदिग्ध लगा तो लड़की की सैंपलिंग करवाई, शनिवार को उसकी पॉजिटिव आई।
5 दिन पहले एलपीयू के चार युवकों के भी लिए गए थे सैंपल, इनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है
सिविल सर्जन डॉ. जसमीत कौर के मुताबिक लवली यूनिवर्सिटी में 5 दिन पहले सेहत विभाग की टीम स्क्रीनिंग करने गई थी तो वहां रह रहे अन्य चार युवकों की स्क्रीनिंग के बाद सैंपल लिए गए थे। इनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। सेहत विभाग का कहना है कि उक्त लड़की की कोई ट्रैवल हिस्ट्री सामने नहीं आई है। वह पिछले 2 महीनों से अपने शहर महाराष्ट्र नहीं गई थी। सिविल सर्जन ने बताया कि लड़की को प्रॉब्लम कैसे आई है,जांच के बाद ही कुछ कहेंगे।
छात्रा के संपर्क में रहे एक छात्र की केरल में रिपोर्ट आई थी पॉजीटिव
नीतू रामा संकर लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के पांच नंबर हॉस्टल में रह रही थी। सूत्रों के मुताबिक लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी का केरल में एक छात्र, जो इस छात्रा के संपर्क में था, उसकी रिपोर्ट केरल से पॉजिटिव आई थी। फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हुई है। हॉस्टल में छात्रा के अलावा 63 के करीब अन्य छात्राएं अभी भी हैं। सूत्रों के मुताबिक इस घटना के बाद एलपीयू के हॉस्टल को पूरी तरह सील कर दिया गया है। फगवाड़ा के एसपी मनविंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने यूनिवर्सिटी के बाहर पुलिस फोर्स तैनात कर दी है। प्रशासन इस बात का पता लगा रहा है कि आखिर इस छात्रा के संपर्क में कितने और छात्र आए हैं, इसकी सूची भी तैयार की जा रही है।
6 दिन में सेहत विभाग और पुलिस को नहीं मिली अफजल शेख की ट्रैवल हिस्ट्री
कोरोना पॉजिटिव मरीज अफजल शेख और उसके 12 साथी 17 मार्च को रात 11 बजे दिल्ली से ट्रेन से आए थे या बस से। अगले दिन सुबह कोट करार खां कैसे पहुंचे। बस लिया या ऑटो। इसकी जानकारी सेहत विभाग व पुलिस दोनों के पास नहीं है। सवाल यह है कि पुलिस और सेहत विभाग पॉजिटिव मरीज का मामला हलके में क्यों ले रही है। सेहत विभाग ने केवल उसके साथियों या गांव में संपर्क आए लोगों के टेस्ट ही लिए हैं जबकि ट्रैवल हिस्ट्री खंगाली ही नहीं कि यह लोग गांव कोट करार खां कैसे पहुंचे। भास्कर को मिली जानकारी के मुताबिक अफजल शेख और 12 अन्य तब्लीगी जमाती दिल्ली से रात 9 बजे के करीब जालंधर ट्रेन से पहुंचे, जहां से डीएमयू में 11 बजे कपूरथला आए। मस्जिद में रात ठहरे। सुबह 8.30 बजे के करीब बस स्टैंड से गांव कोट करार खां में ऑटो से पहुंचे। कपूरथला तक ट्रेन में उनका संपर्क यहां के कितने लोगों से हुआ, ऑटो में कौन-कौन थे, ड्राइवर कौन था। यह सब पुलिस और सेहत विभाग ने खंगालने की कोशिश नहीं की।
सेहत विभाग को 5 अप्रैल को पता चला था कि अफजल शेख कोरोना पॉजिटिव है। 6 दिन हो गए हैं लेकिन अफजल शेख और उसके 12 साथी 17 मार्च को दिल्ली से ट्रेन से आए थे या बस से। इसकी ट्रैवल हिस्ट्री की कोई जानकारी सेहत विभाग और पुलिस को नहीं मिली है। सेहत विभाग ने अफजल के पॉजिटिव आने के बाद संपर्क में आए 20 लोगों के टेस्ट लिए थे लेकिन वह निगेटिव आए। दिल्ली से गांव कोट करार खां पहुंचने तक अफजल शेख कितने लोगों को मिला, किसके साथ सफर किया। इसकी सूची बनानी चाहिए थी लेकिन सेहत विभाग और पुलिस की इसमें कोताही साफ दिखाई दे रही है।