शनि शर्मा, रोहतक.देश का पैसा अमेरिका जाने से रोकने के लिए केंद्र सरकार की ओर से प्रभावी कदम उठाया गया है। अब केंद्र सरकार की तरफ से मेक इन इंडिया अभियान के तहत अमेरिका के एडवांस ट्रामा लाइफ सपोर्ट प्रोग्राम (एटीएलएस) सेंटर की जगह नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट (एनईएलएस) स्किल सेंटर खोले जाएंगे।
ताकि कोर्स की एवज में दिए जाने वाला पैसा अमेरिका न जाकर देशवासियों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने में लगाया जा सके। केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से पीजीआई के ट्रामा सेंटर में भी एनईएलएस स्किल सेंटर खोला जाएगा। 2 करोड़ 60 लाख के बजट को मंजूरी मिल गई है।
जल्द लागू होगा नियम, ट्रेनिंग के बगैर डॉक्टर शुरू नहीं कर सकेंगे प्रैक्टिस :
अभी तक अमेरिका के एटीएसएस कोर्स के तहत सरकारी और निजी डॉक्टरों को ट्रामा में आने वाले गंभीर रूप से घायल मरीजों का इलाज करने के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाती थी। इस ट्रेनिंग का मतलब है कि घायल होने के एक घंटे यानी गोल्डन ऑवर में मरीज की जान बचाई जा सके।
एटीएलएस प्रोग्राम के तहत प्राथमिक उपचार (एबीसीडी) यानी घायल के ट्रामा में आने के बाद एयरवेज, ब्रीदिंग, सर्कुलेशन और डिसेबिलिटी को मैनेज करने की ट्रेनिंग दी जाती है। ताकि घायल को सांस लेने में तकलीफ न हो, खून का बहाव रुके सके। यूएसए-यूके में डॉक्टरों के लिए एटीएलएस की ट्रेनिंग करना आवश्यक है।
ट्रेनिंग भारतीय देते थे, फिर भी विदेश जाता था पैसा :
एटीएलएस की ट्रेनिंग को भारतीय डॉक्टर देते थे, लेकिन अमेरिका का प्रोग्राम होने के कारण उन्हें ट्रेनिंग लेने वाले प्रत्येक डॉक्टर के हिसाब से 15 से 20 हजार रुपए का भुगतान करना पड़ता था। हर वर्ष हजारों डॉक्टर ट्रेनिंग लेते थे। इसी पैसे को विदेश जाने से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने एटीएलएस की जगह खुद का एनईएलएस प्रोग्राम तैयार किया है।
पीजीआई के अलावा सरकारी अस्पतालों में भी शुरू होगा कोर्स :
केंद्र सरकार की ओर से देश की हेल्थ यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज के अलावा अन्य सरकारी अस्पतालों में भी एनईएलएस सेंटर खोलकर कोर्स को शुरू किया जाएगा। इसमें सरकारी अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, सीएचसी, पीएचसी के इमरजेंसी विभाग में काम करने वाले डॉक्टर, नर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी।प्राथमिक तौर पर देशभर में 86 नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट स्किल सेंटर खोले जाएंगे।
स्किल सेंटर में डॉक्टरों को कराए जाएंगे यह कोर्स :
इस स्किल सेंटर में डॉक्टर के लिए नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट कोर्स फोर डाक्टर, नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट कोर्स फोर नर्स, प्री-हॉस्पिटल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट कोर्स फोर पैरा मेडिकल के बारे में पढ़ाया जाएगा। इसके तहत डमी मरीज पर घायल का मेकअप कर ट्रेनिंग दी जाएगी।
5 दिन की होगी ट्रेनिंग :
सरकारी अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, सीएचसी, पीएचसी के इमरजेंसी में लगे डॉक्टर, नर्स व पैरा मेडिकल स्टाफ को ट्रेनिंग प्रोवाइडर द्वारा पांच दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी। स्किल सेंटर में इमरजेंसी मेडिकल सर्विस सुधारने के साथ स्टाफ को एम्बुलेंस इमरजेंसी की ट्रेनिंग दी जाएगी।
पैसा बाहर जाने से बचेगा :
देश का पैसा बाहर जाने से बचाने के लिए स्वदेशी एनईएलएस कोर्स शुरू किया गया है। कोर्स की फीस का पैसा रायल्टी के रूप में अमेरिका को दिया जाता था। -डॉ. ईश्वर सिंह, ट्रामा सेंटर इंचार्ज पीजीआई रोहतक
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