हरियाणा ब्राह्मण परिसंघ ने मंगलवार काे 39वां भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया। शास्त्री पार्क स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर में हुए कार्यक्रम में अक्षय परशुराम तृतीया का शुभारंभ परिसंघ के संस्थापक पुरुषोत्तम दास शर्मा ने भगवान परशुराम की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर किया। भजन कीर्तन के बाद परशुराम जन्मोत्सव पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की गई। पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि अक्षय तृतीय त्रेता युग की प्रथम पुण्य तिथि है, जो सब फलों को देने वाली है। भगवान परशुराम जी का जन्म सतयुग तथा त्रेता के संधिकाल में शुक्ल पक्ष की अक्षय तृतीया, पुनर्वसु नक्षत्र में रात्रि के प्रथम प्रहर में जमदग्नि-रेणुका की कुक्षि से हुआ।
कष्टों को हरते हैं परशुराम
पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि परशुराम ब्रह्मा जी के पुत्र भृगु के प्रपोत्र, मर्यादा धाम और चिरंजीवी हैं। जन्म से ही इनमें ब्राह्मी धर्म व क्षात्र धर्म पूर्ण रूप में रहा। शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम के सिमरण मात्र से ही सभी विपदाओं का नाश हो जाता है। वे कष्ट हरने वाले और सुखों के दाता हैं। उन्होंने समन्तक यज्ञ में समस्त भूमि व धन को कश्यप मुनि को दान में देकर महेंद्र पर्वत पर तपस्या के लिए चले गए। शर्मा ने कहा कि आज हम परशुराम जी का एक अरब 97 करोड़ 12 लाख 21 हजार 120वां जन्मदिन मना रहे हैं। माैके पर रेणु कालिया, स्वाति शर्मा, प्रेस सचिव रविंद्र पुंज, लक्ष शर्मा, अंजलि पुंज, आरएस चौहान, एसपी चमौली, आरके उप्पल व गोपाल शर्मा माैजूद रहे।