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Posted by Surinder Verma on Wednesday, June 17, 2020

पंजाब बसपा प्रधान व प्रदेश प्रभारी राज्य में बहुजन मूवमेंट को कमजोर कर रहें हैं : ठेकेदार भगवान दास

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शिअद के साथ चुनाव समझौते को गैर सैद्धांतिक व अनैतिक करार दिया
पार्टी हाईकमान से प्रधान गढ़ी व प्रभारी बेनीपाल को जल्द बदलने के मांग पूरी करवाने के लिए टकसाली नेताओं की नौ सदस्यीय कमेटी का गठन

चण्डीगढ़ : बहुजन समाज पार्टी ( बसपा ), पंजाब के महासचिव ठेकेदार भगवान दास, पंजाब प्रदेश के दो पूर्व अध्यक्षों रशपाल राजू व पुरुषोत्तम अहीर एवं पार्टी से जुड़े पूर्व आईएस खुशीराम आदि की अगुआई में पार्टी की स्थानीय वर्तमान लीडरशिप पर मीडिया के सामने संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब में इनकी हरकतों के कारण बसपा का आधार कमजोर हो रहा है। इन्होने पार्टी हाईकमान से यहां तत्काल दखल देने की मांग की है।

आज चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस वार्ता में इन सभी नेताओं ने प्रदेश पार्टी प्रधान जसबीर सिंह गढ़ी व प्रदेश प्रभारी रणधीर सिंह बेनीपाल पर अनियमितताएं बरतने एवं सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) नेतृत्व के सामने झुक जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बसपा के खाते में शिअद के साथ समझौते में जो 20  सीटें आई हैं, उन पर बसपा का कोई खास जनाधार नहीं है परन्तु फिर वो सीटें स्वीकार कर ली गईं। ऊपर से अब इन सीटों पर बाहरी लोगों को बुला-बुला कर टिकटें बांटी जा रहीं हैं, जिससे पता चलता है कि स्थानीय वर्तमान लीडरशिप की नीयत ठीक नहीं है। उन्होंने शिअद के साथ 2022 के विधानसभा चुनावों के समझौते को गैर सैद्धांतिक व अनैतिक करार दिया व कहा कि इससे प्रदेश में बहुजन मूवमेंट को भारी नुक्सान होगा। इन सभी नेताओं ने पार्टी सुप्रीमो बहन मायावती से मांग की है कि तत्काल जसबीर सिंह गढ़ी को प्रदेश प्रधान पद से हटाया जाए व प्रदेश प्रभारी रणधीर सिंह बेनीपाल को भी बदला जाए।

इससे पहले बसपा के सैकड़ों टकसाली नेताओं ने एक बैठक करके सारी स्थिति पर गहन विचार विमर्श किया गया व एक नौ सदस्यीय कमेटी का गठन किया जिसमें ठेकेदार भगवान दास, रशपाल राजू, पुरुषोत्तम अहीर, खुशीराम, सुखविंदर कोटली, राम सरूप सरोए, अमृत पाल पौंसले, कुलवंत सिंह टिब्बा व एडवोकेट कुलदीप भट्टी शामिल हैं। कोई सुनवाई ना होने पर यही कमेटी आगे की रणनीति तैयार करेगी।