करियर:1975 में नसीर ने फिल्म ‘निशांत’ से डेब्यू किया था। इस फिल्म को बेस्ट फिल्म का नेशनल अवॉर्ड भी मिला था। ये फिल्म ऑस्कर के लिए भी नॉमिनेट हुई थी। बॉलीवुड में डेब्यू करने के दो साल बाद उन्होंने 1977 बेनजामिन गिलानी और टॉम ऑल्टर के साथ मिलकर मोटले प्रोडक्शन हाउस नाम से एक थिएटर ग्रुप की शुरुआत की थी। नसीर आज भी थिएटर से जुड़े हैं। उन्होंने ‘मंथन’, ‘सुनैना’, ‘हम पांच’ , ‘चक्र’, ‘बाजार’, ‘सितम’, ‘गुलामी’, ‘हीरो हीरालाल’, ‘त्रिदेव’ (1989), ‘विश्वात्मा’ ‘कृष’, ‘बेगम जान’, निशांत, आक्रोश, स्पर्श, मिर्च मसाला, अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है, मंडी, जुनून, मोहन जोशी हाजिर हो और अर्थ सहित कई फिल्मों में काम किया है। शाह की पहली पाकिस्तानी फिल्म ‘खुदा के लिए’ थी। इसके बाद उन्होंने दूसरी पाकिस्तानी फिल्म ‘जिंदा भाग’ में काम किया। |
करियर: अनुपम की डेब्यू फिल्म 1984 में आई ‘सारांश’ मानी जाती है इस फिल्म में 28 साल के अनुपम ने एक मिडिल क्लास रिटायर बूढ़े शख्स का किरदार निभाया था। लेकिन इससे पहले भी वे दो फिल्में 1981 में ‘टाइगर सिक्सटीन’ और 1982 में फिल्म ‘आगमन’ में काम कर चुके थे।अनुपम खेर के फ़िल्मी करियर में मिसाल, मेरे बाद, राम लखन, निशानेबाजी, त्रिदेव, राम लखन, नागिन और लुटेरे, खेल, शोला और शबनम, बेटा, डर, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे, बड़े मियाँ छोटे मियां, हसीना मान जायेगी, कहो ना प्यार है, शिकार, कोई मेरे दिल से पूछे, एक अलग मौसम, क्या कूल हैं हम, यारां नाल बहारां, यारां नाल बहारां, जानेमन, प्रतीक्षा, आप की खातिर, उमर, विवाह, अपना सपना मनी मनी, शादी से पहले, खोसला का घोसला, चुप चुप के, लागा चुनरी में दाग, गौरी, जाने भी दो यारों, दिलरुबा, दस कहानियां, गांधी पार्क, अय्यारी , ताशकंद फाइल्स जैसी फिल्में शामिल हैं। |